घाटशिला : धालभूमगढ़ प्रखंड के जुनबनी गांव निवासी सिमल हांसदा पेट की बीमारी से परेशान है. उसने इलाज के लिए तीन बीघा जमीन तक बेच डाली है, मगर पेट की बीमारी ठीक नहीं हुई है. उसने बताया कि चिकित्सक अब उसे कटक जाने की सलाह दे रहे हैं, मगर उसके पास कटक जाने के लिए पैसे नहीं हैं. वह लोगों से पेट की बीमारी के इलाज के लिए मदद मांग रहा है. सिमल ने बताया कि पहले उसने टीएमएच में इलाज कराया.
टीएमएच में इलाज के दौरान एक लाख 20 हजार की राशि खर्च हुए, मगर बीमारी ठीक नहीं हुई. इसके बाद पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम में इलाज कराया. यहां के भी चिकित्सक उसकी बीमारी ठीक नहीं कर पाये. उसने बीमारी ठीक कराने के लिए पांच बीघा में से तीन बीघा जमीन भी बेच डाली. उसने कहा कि बीमारी ठीक करने में अभी तक ढाई लाख रुपये खर्च हो चुके हैं. बीमारी ठीक करने के लिए कई चिकित्सकों के पास जा चुका है.
पुस्तैनी भूमि तक बेच डाली है. उसने कहा कि पेट की बीमारी ठीक नहीं हुई है. अभी भी पेट में पानी भर जाता है. उसका ऑपरेशन कर चिकित्सक ने पेट से पाइप बाहर निकाल दी है, ताकि पेट में जम रहा पानी पाइप के सहारे से प्लास्टिक में भर सके.