धनबाद: माइनिंग सरदार कंपनी की नींव होते हैं, खदान के विकास में इनका महत्वपूर्ण योगदान होता है. ये बातें बुधवार को बीसीसीएल के निदेशक(कार्मिक) विनय कुमार पांडा ने कही.
वह नेहरू कॉम्प्लेक्स कोयला नगर में ‘सुरक्षा और उत्पादन पर कार्यशैली’ विषय पर मानव संसाधन विकास विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. श्री पांडा ने यह भी कहा कि उत्पादन व सुरक्षा की कार्यशैली में सुधार कर खदान और कंपनी की स्थिति को काफी बेहतर किया जा सकता है.
कंपनी हमेशा सुरक्षा के साथ उत्पादन पर विशेष बल देती है. इनमोसा के महासचिव टीएन उपाध्याय ने कहा कि खदान में ओवरमैन, माइनिंग सरदार कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हैं. खदान में कार्यशैली के अनुसार कार्य करना आवश्यक है. कार्यशाला को महाप्रबंधक(सुरक्षा) सुरेंद्र सिंह, महाप्रबंधक (कार्मिक एवं औ0 सं0) डीए यादव, महाप्रबंधक(एच आर डी) टी मंडल, वरीय प्रबंधक(एच आर डी)आरएन विश्वकर्मा व आइएसएम के प्रोफेसर डॉ प्रमोद पाठक ने भी संबोधित किया. संचालन एचआरडी के वरीय प्रबंधक डीके मिश्र ने किया. कार्यशाला में कंपनी के दर्जनों ओवरमैन, माइनिंग सरदारों ने भाग लिया.