झरिया: झरिया थाना क्षेत्र से एक लड़की के अपहरण की सूचना पर झरिया पुलिस शनिवार को दिन भर परेशान रही. लड़की ने अपनी सहेली के भाई राजेंद्र को रांची में फोन कर दो दिन से घर में कैद रखने की सूचना दी. राजेंद्र ने इसकी सूचना धनबाद टाइगर फोर्स को दी.
साथ ही बंगाली कोठी निवासी अपने मित्र मनोज से झरिया थाना को सूचना देने को कहा. टाइगर फोर्स ने इसकी सूचना पूरे जिले के थानों को दे दी. मनोज झरिया थाना पहुंचा और पुलिस को लड़की का मोबाइल नंबर दिया. साथ ही कहा कि वह मुसीबत में है. पुलिस ने उस नंबर पर फोन किया तो लड़की ने जवाब दिया कि वह कतरास मोड़ स्थित एक घर में कैद करके रखी गयी है.
पुलिस उसे बचा ले, नहीं तो जहर खा कर मर जायेगी. कुछ समय बाद झरिया गश्ती दल के एसआइ सूरज टुडू ने उस नंबर पर कॉल किया तो लड़की का जवाब आया कि उसे लाल रंग की कार में सुला कर ले जाया जा रहा है. तब पुलिस ने कतरास मोड़ व इंदिरा चौक पर चेकिंग लगा दी. इसकी सूचना वायरलेस से जिले भर की पुलिस को दे दी गयी. दोपहर में दो बजे से रात नौ बजे तक यह हाइ वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. लाल रंग की कार में ले जाने की सूचना के बाद लड़की का मोबाइल बंद हो गया. रात साढ़े आठ बजे उस नंबर से थाना प्रभारी विष्णु रजक के पास फोन आया.
फोन करने वाली ने कहा कि उसका घर झरिया में है. उसने अपना व अपनी मां के नाम भी बताये. उसके बाद खुद के नीलकंठ वासिनी मंदिर, झरिया के समीप होने की बात कही. वहां पहुंच पुलिस लड़की के साथ उसकी मां को भी थाना ले आयी. पुलिस लड़की और उसकी मां से पूछताछ कर रही है. किसने उसका अपहरण किया, इस संबंध में उसने पुलिस को कु छ नहीं बताया. लड़की ने इतना बताया कि वह लोगों के घरों में दाई का काम करती है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इंस्पेक्टर विष्णु रजक ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. पूछताछ के बाद मां-बेटी से लिखित लिया जायेगा.