पीएमसीएच के डॉक्टरों ने बोन मैरो ट्रांस्पलांट की बात कही
परिजनों के पास फूटी कौड़ी नहीं
धनबाद : थैलिसिमिया पीड़ित तीन वर्षीय भूमि पीएमसीएच में जिंदगी-मौत से जूझ रही है. डॉक्टरों ने जल्द बाहर जाकर बोन मैरो ट्रांसप्लांट (ऑपरेशन) करने की बात कही है. इसमें लगभग 12 से 15 लाख रुपये खर्च होंगे. आदिवासी सामुदाय से आने वाले भूमि के पिता सिंदरी निवासी राकेश बास्की के पास फूटी कौड़ी नहीं है.
अपनी इकलौती बेटी की हालत देख माता-पिता के आंसू नहीं रुक रहे हैं. राकेश मजदूरी कर किसी तरह परिवार को भरण-पोषण करता है. छह माह की उम्र में भूमि को यह बीमारी पकड़ में आयी थी. अब उसका पेट फूल गया है. सरकार असाध्य रोग के गरीब मरीजों को इलाज के लिए मदद करती है, लेकिन विभाग को इससे कोई मतलब नहीं है. सरकार की ओर से जेनरिक दवा तो दूर सामान्य दवा भी अस्पताल में नहीं मिल रही है.