धनबाद: पीएमसीएच में नये एनआइसीयू (बच्चे का गहन चिकित्सा केंद्र) का लाभ नवजातों को मिलने पर ब्रेक लग गया है. पीएमसीएच प्रबंधन के अनुसार छह माह पहले बने एनआइसीयू वार्ड के भवन में बड़ी-बड़ी दरारें आ गयी हैं.
इस कारण इनमें पुराने एनआइसीयू वार्ड को शिफ्ट करने में कठिनाई आ रही है. ऐसे में जब-तक वार्ड की मरम्मत नहीं हो पाती, इसमें नवजात मरीजों को नहीं भेजा जा सकता है. इधर, वार्ड की मरम्मत करने के लिए भवन प्रमंडल विभाग को पीएमसीएच प्रबंधन ने पत्र लिखा है. दूसरी ओर, इस वित्तीय वर्ष भवन प्रमंडल विभाग को रिपेयरिंग फंड में एक भी पैसा नहीं मिला है. ऐसे में इसकी मरम्मत संभव नहीं दिख रही है. इससे वार्ड के खुलने पर ग्रहण लग गया है.
जजर्र एनआइसीयू में रहते हैं नवजात
फिलहाल बीमार नवजात बच्चों को जजर्र एनआइसीयू में रखा जा रहा है. वार्ड की खिड़कियों की शीशे टूट गये हैं. गेट हमेशा खुला ही रहता है. वार्ड में एक भी एसी नहीं है. वार्ड की अधिकांश नियोनेटल मशीनें खराब पड़ी हुई हैं. नर्स आदि भी ठीक से बच्चों का केयर नहीं करती हैं. लिहाजा परिजन एनआइसीयू में ही रात-दिन बैठे रहते हैं. वार्ड में मच्छरों का भी प्रकोप है.