धनबाद: सीबीआइ ने शुक्रवार की दोपहर शहर के लुबी सकरुलर रोड कॉरपोरेशन बैंक के समीप से बैंक लोन सेटलमेंट कराने वाले सैयद शम्मद साबरी (आजाद नगर) को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा. साबरी ने खुद को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बैंकमोड़ शाखा का रिकवरी एजेंट व मेसर्स एबीआर एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड का प्रोपराइटर बताया था. भूली निवासी रोशन लाल अग्रवाल की शिकायत पर सीबीआइ ने यह कार्रवाई की है. सीबीआइ ने साबरी सहित अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है.
क्या है मामला : रोशन लाल अग्रवाल ने वर्ष 2010 में यूबीआइ से ट्रक फाइनेंस कराया था. अभी रोशन लाल कई माह से किश्त नहीं दे पा रहा था. बैंक का सवा 12 लाख रुपये बकाया हो गया है. इसलिए बैंक ने रिकवरी नोटिस भेजा है, जिसमें बकाया भुगतान तत्काल नहीं होने पर ट्रक सीज करने की चेतावनी दी गयी है. साबरी ने रोशन से संपर्क कर कहा कि 10 हजार रुपये देने पर वह बैंक मैनेजर से बात कर दो माह के लिए ट्रक का सीजर रोकवा देंगे. बकाये रकम की आधी राशि पर ही वह सेटलमेंट करवा देगा. बाद में और रकम देने की बात कही. रोशन साबरी की बात पर भरोसा कर 10 हजार रुपये तत्काल देने को राजी हो गया और सीबीआइ से शिकायत भी कर दी. पैसे लेकर रोशन ने आज साबरी को बुलाया था. सीबीआइ ने पहले से ही जाल बिछाया और रंगेहाथ उसे पकड़ लिया. सीबीआइ टीम उसे ऑफिस लेकर चली आयी. सीबीआइ इस बात की जांच कर रही है कि साबरी का यूबीआइ बैंक के किन-किन अधिकारी व कर्मचारियों से संपर्क है. जांच के बाद बैंक अधिकारियों पर सीबीआइ शिकंजा कसेगी. सीबीआइ ऑफिस में कई घंटे तक साबरी से पूछताछ की गयी.
कौन है रोशन लाल अग्रवाल
भूली निवासी रोशन लाल अग्रवाल वर्षो से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं. पूर्व में दो बार वह नगरपालिका (नगर निगम) के बाबू को घूस लेते स्टेस विजिलेंस से पकड़वाया था. पूर्व में भी सीबीआइ ने एक बार रोशन की सूचना पर घूस लेते सरकारी कर्मचारी को पकड़ा था.