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चार साल में भी शशि को नहीं पकड़ पायी पुलिस

धनबाद: कोल किंग-सह-कांग्रेस नेता सुरेश सिंह हत्याकांड के चार साल बाद भी पुलिस मुख्य आरोपी शशि सिंह उर्फ अनिमेष सिंह को नहीं पकड़ सकी है. शशि पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है. वैसे पुलिस शशि की कुर्की कर चुकी है. मामले में नामजद संजीव सिंह व रामधीर सिंह के खिलाफ पुलिस रिकार्ड […]

धनबाद: कोल किंग-सह-कांग्रेस नेता सुरेश सिंह हत्याकांड के चार साल बाद भी पुलिस मुख्य आरोपी शशि सिंह उर्फ अनिमेष सिंह को नहीं पकड़ सकी है. शशि पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है. वैसे पुलिस शशि की कुर्की कर चुकी है. मामले में नामजद संजीव सिंह व रामधीर सिंह के खिलाफ पुलिस रिकार्ड में अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिलने की बात कही जा रही है.
सुरेश सिंह की हत्या के बाद पिता तेजनारायण सिंह ने शशि सिंह, रामधीर सिंह व संजीव सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने मौके से शशि के साथ गये पवन पासवान को पकड़ा. सुरेश के साथ मौके पर रहे देवेंद्र सिंह को पुलिस ने सरकारी गवाह बना कोर्ट में दप्रसं की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया. सुरेश के निजी बाॉडी गार्ड समेत दो दर्जन लोगों का बतौर गवाह बयान दर्ज किया गया. अनुसंधान में शशि द्वारा सुरेश को गोली मारने व मौके पर उसके साथ सहयोगी मोनू सिंह, आलोक वर्मा , प्रमोद लाला व मनोज सिंह की मौजूदगी सामने आयी. इन चारों को पुलिस ने नन एफआइआर अभियुक्त बनाया. मनोज सिंह का पता ठिकाना सत्यापन नहीं हो पाया था. शशि समेत चारों के खिलाफ पुलिस ने गिरफ्तारी का वारंट कोर्ट से हासिल किया. चारों पकड़ में नहीं आ सके. पुलिस ने कुर्की जब्ती की. सिंह मैंशन में शशि की कुर्की हुई. आलोक वर्मा के लोहार कुल्ही स्थित आवास की कुर्की हुई.

मोनू सिंह के रोहतास व प्रमोद लाला के मोतिहारी स्थित पैतृक घर की कुर्की की गयी. चारों को फरार घोषित कर पुलिस ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया. मोनू, आलोक व प्रमोद ने बारी-बारी से कोर्ट में सरेंडर किया और सभी जमानत पर बाहर हैं. पांचवे नन एफआइआर अभियुक्त मनोज का पता ठिकना सत्यापन नहीं हो पाया. पिछले वर्ष मनोज का पता भोजपुर होने की जानकारी पुलिस को मिली है. शशि ने फरारी के दौरान अपनी शादी की और दो-दो बच्चे का पिता भी बन गया. पुलिस शशि को नहीं खोज सकी. मनोज का पता सत्यापन करने पुलिस भोजपुर नहीं गयी है. कोर्ट में केस की सुनवाई शुरू हुई. पवन अपने पूर्व के बयान से मुकर चुका है. दो गवाह की मौत भी हो चुकी है.
सात दिसंबर को हुई थी सुरेश सिंह की हत्या
सात दिसंबर, 2011 की रात धनबाद क्लब में जील होटल के मालिक नुनू सिंह के बेटे के रिसेप्शन में सुरेश सिंह को गोलियों से भून दिया गया था. इलाज के दौरान अस्पताल में सुरेश की मौत हो गयी. सुरेश के पिता ने बेटे की हत्या के खिलाफ सिंह मैंशन के रामधीर सिंह, संजीव सिंह व शशि सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया. पुरानी दुश्मनी के कारण हत्या करना बताया गया था.

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