Advertisement
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी: आइएसएम में होगा नोडल सेंटर
धनबाद: डिजिटल इंडिया के सपने की एक कड़ी नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन तीन दिसंबर को नयी दिल्ली में होगा. इसका नोडल सेंटर आइएसएम धनबाद की सेंट्रल लाइब्रेरी को बनाया गया है. यह जानकारी संस्थान के लाइब्रेरी इंचार्ज डॉ. पार्था डे ने शुक्रवार को यहां दी. उन्होंने बताया कि आइएसएम की लाइब्रेरी की गुणवत्ता को […]
धनबाद: डिजिटल इंडिया के सपने की एक कड़ी नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन तीन दिसंबर को नयी दिल्ली में होगा. इसका नोडल सेंटर आइएसएम धनबाद की सेंट्रल लाइब्रेरी को बनाया गया है. यह जानकारी संस्थान के लाइब्रेरी इंचार्ज डॉ. पार्था डे ने शुक्रवार को यहां दी. उन्होंने बताया कि आइएसएम की लाइब्रेरी की गुणवत्ता को देख केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है. लाइब्रेरी के पदेन को-ऑर्डिनेटर होंगे आइआइटी खड़गपुर के निदेशक.
क्यों चुना गया आइएसएम को : आइएसएम का रिसर्च पब्लिकेशन ग्रोथ 2010 के बाद काफी तेजी से बढ़ा है. संस्थान के लाइब्रेरी इंचार्ज डॉ. पार्था डे ने बताया कि वर्ष 2009 में इस संस्थान के लाइब्रेरी में रिसर्च पब्लिकेशन की संख्या 100 से भी कम यानी केवल दो डिजिट में थी, लेकिन 2010-2015 के बीच इस संख्या में पांच गुना वृद्धि हुई है. 2014 में संख्या 484 तथा 2015 में 650 हो गयी. संस्थान ने ई-रिसर्च के ऊपर सबसे ज्यादा फंडिंग की. 2010 के बजट में एक करोड़ की फंडिंग की गयी, जबकि मौजूदा समय में यह राशि बढ़ाकर पांच करोड़ रुपये कर दी गयी है.
गुणवत्ता निखर रही अत्याधुनिक टूल्स से : डॉ. पार्था ने बताया कि वर्ष 2012 में इस लाइब्रेरी में स्कोपस नामक एक क्वालिटी मेजरमेंट टूल डाला गया. इसके लगने से यह लाइब्रेरी विश्व भर की क्वालिटी लाइब्रेरी से जुड़ गयी. फायदा यह हुआ कि इस लाइब्रेरी के डाटा में संचित संस्थान रिसर्च पब्लिकेशन दुनिया की दूसरी बड़ी क्वालिटी लाइब्रेरीज से जुड़ गये हैं. यहां के रिसर्च पब्लिकेशन का सहज लाभ दुनिया के दूसरे देशों को बड़े संस्थानों के छात्र न सिर्फ उठा सकते हैं, बल्कि यहां के छात्र वहां की लाइब्रेरी के जर्नल का लाभ भी ले पायेंगे.
श्रेष्ठता से जुड़ा : हाल में 2015 में आइएसएम के सेंट्रल लाइब्रेरी ने ग्लोबल इनोवेशन अवार्ड से सम्मानित एक ‘टूल्स टर्न आइटी इन’ के साथ भी अपने को जोड़ लिया है. इस टूल का सबसे प्रमुख लाभ रिसर्च पब्लिकेशन की क्वालिटी निखारने की होगी. इसमें रिसर्च की डुप्लिकेसी को चिह्नित करने की क्षमता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement