धनबाद: राज्य के पशुपालन, मत्स्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री मन्नान मल्लिक ने कहा है कि छठ के नाम पर दो दिन का सफाई उत्सव मनाना बंद करें अधिकारी.
साल में दो दिन की सफाई से न तो तालाबों की स्थिति सुधरेगी और न ही व्रतियों को लाभ होगा. गुरुवार को यहां छठ तालाबों का निरीक्षण करने के बाद प्रभात खबर से बातचीत में धनबाद जिले के प्रभारी मंत्री ने कहा कि तालाब से जल कुंभी हटाने या इसके पानी को साफ करने के लिए नियमित रूप से सफाई अभियान चलाने की जरूरत है. यहां सिर्फ छठ के नाम पर दो-चार दिन सफाई अभियान चलाया जाता है.
इससे वास्तविक सफाई नहीं, बल्कि खानापूर्ति होती है. अगर तालाबों को चकाचक रखना है तो पूरे वर्ष अभियान चलाना पड़ेगा. राजा तालाब झरिया की हालत अत्यंत दयनीय है. इसमें सुधार के लिए तालाब को कम से कम दस वर्ष के लिए लीज पर मछुआरों को देना होगा. मछुआरा वहां मछली पालन के साथ-साथ तालाबों की सफाई भी करेंगे. इसी तरह अन्य तालाबों की सफाई के लिए भी संबंधित एजेंसी को जिम्मेवारी देनी होगी.