धनबाद. कोयलांचल के हिंदी कवि-समीक्षक अनिल अनलहातु को इस वर्ष का प्रतिलिपि कविता सम्मान देने की घोषणा हुई. निर्णायक मंडल ने देश भर के 40 कवियों की रचनाओं में से श्री अनलहातु की कविता ‘मानवीय पीड़ा का जिगुरत’ को इस सम्मान लिए चुना.
कविता भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता की विशिष्ट साहित्यिक पत्रिका ‘वागर्थ’ में 2014 में छपी थी. निर्णायक मंडल में विजेंद्र – वरिष्ठ साहित्यकार एवं प्रधान संपादक ‘कृति ओर’, माया मृग – प्रख्यात साहित्यकार एवं प्रकाशक ‘बोधि प्रकाशन’ तथा हरे प्रकाश उपाध्याय – प्रख्यात साहित्यकार एवं संपादक ‘मंतव्य’ शामिल थे.
सम्मान की घोषणा गुरुवार को की गयी. यह सम्मान 28 नंबर 2015 को लखनऊ के राय उमानाथ वाली प्रेक्षागृह( जयशंकर प्रसाद सभागार) में आयोजित होनेवाले समारोह में दिया जाएगा. इस समारोह के मुख्य अतिथि हिंदी के विशिष्ट कवि नरेश सक्सेना हैं तथा अध्यक्षता हिंदी के महान कथाकार शिवमूर्ति करेंगे. वक्ताओं में वीरेंद्र यादव, अखिलेश, अनिल त्रिपाठी एवं सर्वेंद्र विक्रम मुख्य रूप से शामिल हैं. संचालन रजनी गुप्त करेंगी. इस समारोह में इस वर्ष का ‘प्रतिलिपि कविता/ कथा सम्मान’ प्रदान किया जाएगा. सम्मानित कवि का ‘मानवीय पीड़ा का जिगुरत’ शीर्षक काव्य संग्रह शीघ्र प्रकाश्य है. श्री अनलहातु फिलहाल स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के धनबाद स्थित सीसीएसओ में बहैसियत एजीएम कार्यरत हैं.