धनबाद: स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बुधवार की रात नौ बजे सदर अस्पताल व पीएमसीएच का निरीक्षण किया. सदर में बीस मिनट व पीएमसीएच में करीब आधा घंटा रहे. मंत्री ने कहा कि सदर अस्पताल के निर्माण व पीएमसीएच के लिए फंड की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी.
पहले वह सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. वहां सीएस को कई निर्देश दिये. इसके बाद पीएमसीएच के ओपीडी पहुंचे, यहां पारा कर्मियों, नर्सो व चिकित्सकों की समस्याएं सुनी. इसके बाद वह सीदे परिसदन की ओर निकल गये. इस दौरान प्रिंसिपल डॉ अरुण कुमार चौधरी, अधीक्षक डॉ अरुण कुमार सहित तमाम विभागों के चिकित्सक मौजूद थे.
मंत्री ने क्या कहा
मैं सीधा-साधा हूं, आप पदाधिकारी इसका फायदा मत उठाइए.
हमें सरकार के पास सौ दिनों के काम का ब्योरा देना है, इसलिए ईमानदारी से काम करें.
सीएस कार्ययोजना बनाकर दें, फंड मुहैया करायेगें.
सदर प्रांगण में पीएमसीएच के कार्यालय को बंद कर भवन सिविल सजर्न को हैंडओवर कर दें.
पीएमसीएच में 250 स्टाफ की कमी, जल्द
बहाली होगी.
पारा मेडिकल स्टूडेंट के लिए अलग से मानदेय आदि की व्यवस्था करायी जायेगी.
जूनियर डॉक्टरों व इंटर्न्स के लिए मानदेय बढ़ाने पर विचार हो रहा है.
नर्से के लिए भत्तों में बढ़ोतरी की जा सकती है.
पीएमसीएच के चिकित्सकों के लिए प्रमोशन व डायनमिक एसीपी आदि पर वचार हो रहा है.
पीएमसीएच में शिक्षकों की सीटों को भरा जायेगा.
ट्रामा सेंटर के पैसे को दूसरे मद में क्यों दे दिये गये, आप लोगों को तो विजलेंस वाले पकड़ लेंगे.
साफ-सफाई ठीक नहीं करवा सकते तो से आउटसोर्सिग के हवाले कर दो.
इमरजेंसी व ओपीडी में अलग से शौचालय बनायें, नहीं तो इंजीनियरिंग सेल के अधिकारी की खैर नहीं.
लाइब्रेरी, सेंट्रल कैजुअलिटी, कैंटीन भवन
जल्द बनवायें.
पीएमसीएच में अलग से बर्न वार्ड खोले जायेंगे.
चिकित्सकों व पारा कर्मियों के लिए विज्ञापन के माध्यम से वैकेंसी निकाली जायेगी.
एक दिन पांच से छह घंटे धनबाद में गुजारना है, यहां की स्वास्थ्य सेवा को ठीक करना है. यह दीपावली से पहले ही करना है.
मेडिकल कॉलेज के लिए एमसीआइ की मान्यता समाप्त नहीं होगी. इसके बारे में एमसीआइ से बात की जा रही है.
अब सीएस स्तर से ब्लड बैंक को रक्त उपलब्ध कराये जायेंगे.