जिससे लाखों रुपयों के राजस्व की क्षति हो रही है. एसोसिएशन के महामंत्री भवानी बंद्योपाध्याय ने कहा कि पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने व बीसीसीएल के वरीय प्रबंधन की उदासीनता एसोसिएशन के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. कंपनी प्रबंधन ने जहां आउटसोर्सिग के माध्यम से काम किसी बाहरी संस्था को सौंप देने के बाद निश्चिंत हो जाती हैं, वहीं कोलियरी प्रबंधन व क्षेत्रीय प्रबंधन इसे लागू कराने के लिए आये दिन हमले का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि डीजल व कोयला चोरी की घटनाओं पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लग रहा. दूसरी और जिला प्रशासन से भी डीजल व कोयला चोरी रोकने एवं साथ-साथ जमीन खाली कराने में किसी भी प्रकार का सहयोग कंपनी के अधिकारियों को नहीं मिल पा रहा है. इसका सीधा असर कंपनी के उत्पादन पर पड़ रहा है.
श्री बंद्योपाध्याय ने कहा कि सीआइएसएफ के पोस्टिंग का जो तौर तरीका है, उसे भी हमें एक बहुत बड़ा चैलेंज के रूप में सामना करना पड़ रहा हैं. क्योंकि कोलियरी में जहां कोयले का स्टॉक रहता हैं, जहां गोदाम में बहुमूल्य सामान रखें रहते हैं वहां पर सीआइएसएफ की पोस्टिंग ना के बराबर होती है. एसोसिएशन मांग करता है कि हमारे सभी प्रथम प्रतिवेदन सूचना पर तत्काल कार्रवाई की जाये अन्यथा एक बार फिर से मुख्यमंत्री से मुलाकात कर के उचित कार्रवाई की मांग की जायेगी. बैठक में डॉ डीके सिंह, पीके सिंह, आरके सेठ व एके सिंह आदि उपस्थित थे.