ये बातें आइएसएम के प्राध्यापक डॉ हैदर बंका ने कही. वह रविवार को इंस्टीटय़ूशन ऑफ इंजीनियर्स धनबाद शाखा द्वारा सिंफर के सामुदायिक भवन में विश्व संचार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे. डॉ बंका ने कहा कि आइटी के क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं. कई चीजें ऑनलाइन हो गयी हैं. इसके बावजूद आज भी पासपोर्ट सत्यापन सहित अन्य कार्य के लिए लोगों को घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता है.
गेस्ट लेक्चर देते हुए उषा मार्टिन एकेडमी की प्रो. ममता प्रसाद ने कहा कि स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू हो गया है. लेकिन, अगर शिक्षक दक्ष नहीं होंगे तो स्मार्ट क्लास का लाभ बच्चों को कैसे मिलेगा. सिंफर के डॉ ललन कुमार ने विषय प्रवेश करते हुए कहा कि टेलीफोन का आविष्कार वर्ष 1876 में हुआ था. उसके बाद से संचार के क्षेत्र में लगातार बदलाव आ रहा है. इंस्टीटय़ूशन ऑफ इंजीनियर्स धनबाद शाखा के अध्यक्ष डॉ एमके सिंह ने स्वागत भाषण तथा सचिव डॉ एमके चंद्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.