धनबाद: मनींद्रनाथ मंडल की हत्या के बाद कोयलांचल थर्रा गया था. तब अलग राज्य का आंदोलन परवान पर था. महीनों राजनीतिक माहौल गरमाया रहा. तब आरोपी अलग राज्य के विरोधियों में खड़े थे. जबकि मनींद्र समर्थन में. इधर दशहरा के कारण प्रशासन भी मनींद्र की मौत की घोषणा टालता रहा. बड़ी तैयारी के बाद मनींद्र की मौत की घोषणा की गयी.
सिंह मैंशन के समक्ष माफिया भगाओ के साथ सभा हुई. उसमें शिबू सोरेन, एके राय सहित कई नेता पहुंचे. लेकिन कोई अप्रिय वारदात नहीं हुई. कोर्ट में तारीख पर तारीख पड़ती रही. अंतत: फैसला आया. कुंती देवी के बड़े पुत्र राजीव रंजन सिंह मृत मान लिये गये हैं. गोली चलाने का आरोप उन्हीं पर था. लेकिन बाकी आरोपियों को उम्र कैद हुई है. जाहिर है हाइकोर्ट में अपील की जायेगी. फिलहाल पीड़ित पक्ष ने इस फैसले पर संतोष व्यक्त किया है.
कोर्ट में मैंशन का बड़ा चेहरा नजर नहीं आया : कोर्ट में फैसले के दौरान विधायक कुंती देवी के कोई निकट संबंधी नहीं थे. सिंह मैंशन की ओर से भी कोई बड़ा चेहरा कोर्ट परिसर में नजर नहीं आया. हालांकि तीनों अभियुक्तों के कई समर्थक वहां जमे हुए थे. वे अगली रणनीति पर चर्चा कर रहे थे.