Advertisement
बिहार भवन पर फिर जमसं ने किया कब्जा
झरिया/बस्ताकोला: वर्षे से बंद पड़े बिहार भवन पर रविवार को जमसं (कुंती गुट) समर्थकों ने कब्जा जमा लिया. मुख्य द्वार पर जनता मजदूर संघ ( केंद्रीय कार्यालय) का बोर्ड लगा दिया गया. इससे पहले इस भवन पर बीसीसीएल प्रबंधन का कब्जा था. आज झरिया विधायक सह जमसं के केंद्रीय सचिव संजीव सिंह बिहार भवन पहुंचे. […]
झरिया/बस्ताकोला: वर्षे से बंद पड़े बिहार भवन पर रविवार को जमसं (कुंती गुट) समर्थकों ने कब्जा जमा लिया. मुख्य द्वार पर जनता मजदूर संघ ( केंद्रीय कार्यालय) का बोर्ड लगा दिया गया. इससे पहले इस भवन पर बीसीसीएल प्रबंधन का कब्जा था. आज झरिया विधायक सह जमसं के केंद्रीय सचिव संजीव सिंह बिहार भवन पहुंचे. कुछ देर समर्थकों के साथ बात कर वहां से लौट गये. मौके पर गया प्रताप सिंह, संतोष शर्मा, रंजीत रवानी, अमित सिंह, संतोष सिंह, अमर सिंह आदि थे.
आरएसपी का स्थानांतरण रोकना उद्देश्य : जमसं के केंद्रीय सचिव गया प्रताप सिंह ने कहा कि आरएसपी कॉलेज का स्थानांतरण रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है. सर्वे में विहार भवन को असुरक्षित करार दे दिया गया है. ऐसे में बीसीसीएल व प्रशासन आरएसपी कॉलेज को कैसे शिफ्ट कर सकता है.
विवादों में रहा है बिहार भवन : झरिया के पूर्व विधायक सूर्यदेव सिंह का बिहार टॉकीज इसी भवन में चलता था. वर्ष 1988 में यहां अंतिम फिल्म टॉजर्न लगी थी.
उस समय धनबाद के तत्कालीन उपायुक्त मदन मोहन झा व एडीएम (विधि व्यवस्था) राज बाला वर्मा ने बीसीसलए प्रबंधन को भवन पर कब्जा दिलाया था. उस वक्त प्रशासन के खिलाफ जमसं समर्थकों ने कतरास मोड़ से जुलूस निकाल बिहार भवन पर कब्जा जमाने का प्रयास किया था. इस पर प्रशासन की ओर से बल प्रयोग कर फायरिंग भी की गयी थी. कई आरोपी भी बनाये गये थे. उस वक्त भवन कुस्तौर क्षेत्र के इस्ट भगतडीह कोलियरी के अंतर्गत आता था, जिसका प्लॉट नंबर 1013,खाता 433, रकवा 22 एकड़ है. कुस्तौर क्षेत्र के विलय के बाद अब यह भवन क्षेत्र बस्ताकोला क्षेत्र के अंदर है.
प्रबंधन के कब्जे के बाद भवन में सीआइएसफ का कैंप बनाया गया. बीसीसीएल केतत्कालीन सीएमडी पार्थो एस भट्टाचार्या के समय में ही कैंप को भवन से हटा लिया गया था. जब चंद्रशेखर देश के प्रधानमंत्री बने थे, तब भवन पर एक बार फिर जमसं ने कब्जा जमा लिया. कुछ वर्षो बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भवन फिर बीसीसीएल के अधिकार में चला गया. देखरेख के अभाव में भवन की स्थिति ठीक नहीं रही. कई सामान की चोरी हो गयी. चार वर्ष पूर्व भवन में आग लग गयी थी , काफी मशक्कत के तीन दिन बाद अग्निशमन दस्ता ने आग पर काबू पाया था. तब तक सिनेमा हॉल जल कर राख हो गया था.
जससं का केंद्रीय कार्यालय है : संजीव
विधायक संजीव सिंह ने कहा कि बिहार भवन में जनता मजदूर संघ का केंद्रीय कार्यालय पहले भी था आज भी है. न तो पहले कभी ताला लगया गया था न आज तोड़ा गया.
मामले की जानकारी नहीं: जीएम
बस्ताकोला के महाप्रबंधक पीके दुबे ने कहा कि जमसं के कार्यालय खोलने की जानकारी नहीं है. पता लगाया जा रहा है. क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक प्रशासन एके दुबे ने कहा कि मीडिया से बिहार भवन पर कब्जा की जानकारी मिली है. मामले का पता लगा रहा हूं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement