धनबाद: 30 करोड़ के कृषि ऋण माफी घोटाले की फिर से जांच होगी. उपायुक्त के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम जांच करेगी. धनबाद सेंट्रल बैंक के अधिकारी, को-ऑपरेटिव बैंक के ब्रांच मैनेजर व प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को टीम में शामिल किया गया है. अगस्त के प्रथम सप्ताह से जांच शुरू होगी. जिला के 63 व बोकारो-चास के 22 पैक्सों के अभिलेखों की जांच होगी.
इसके अलावा को-ऑपरेटिव के 12 ब्रांचों के अभिलेखों की भी जांच की जायेगी. कृषि व गैर कृषि ऋण संबंधित दस्तावेज एकत्र कर मुख्यालय को सौंपा जायेगा. जांच रिपोर्ट के आधार पर ऋण माफी की राशि विमुक्त की जायेगी. विभागीय पदाधिकारी के मुताबिक कैग के सैंपल जांच रिपोर्ट में घोटाले की पुष्टि हुई है.
कैग ने धनबाद के गोमो, तेलमच्चो, जोड़ापोखर, पांडरा व उरमा पैक्स तथा तोपचांची को-ऑपरेटिव बैंक की जांच की थी. जांच में 44 लाख की वित्तीय अनियमितता पायी गयी. हालांकि पैक्स व बैंक ने राशि जमा कर दी, लेकिन सरकार ने पुन: कृषि ऋण माफी की जांच कराने का निर्देश दिया. सरकार के निर्देश के आलोक में जांच शुरू की जा रही है.