धनबादः शनिवार को क्राइम मीटिंग में एसआरपी प्रशांत कुमार कर्ण ने रेल थानेदारों को कहा कि मुंशी नहीं थानेदार भुक्तभोगी का बयान लेंगे और एफआइआर करेंगे. अधिकांश मामलों में देखा गया है कि मुंशी ही भुक्तभोगी का बयान लेते हैं और एफआइआर करते हैं. सिर्फ थानेदार का उस पर हस्ताक्षर होता है. अब ऐसा नहीं चलेगा.
कुमारधुबी रेल थानेदार श्रीराम निवास सिंह को कुमारधुबी स्टेशन पर गत माह ट्रेनों में लगातार तीन बार महिला के साथ चेन छिनतई होने व अपराधी के नहीं पकड़े जाने के कारण सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही तीन और पुलिसकर्मियों को डय़ूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड किया गया है. गिरिडीह व बरकाकाना समेत आधा दर्जन रेल थानेदारों को कांड का निष्पादन नहीं होने से फटकार लगायी गयी. वहीं धनबाद रेल थानेदार एके वर्मा को 16 कांडों में दस का निष्पादन किये जाने से पुरस्कृत किया गया. रेल थानेदारों व इंस्पेक्टरों को कहा गया कि रोजाना ट्रेनों में स्कॉर्ट पार्टी को चेक करें.
नशाखुरानों के खिलाफ अभियान चलायें. स्टेशन परिसर व ट्रेनों में सर्च ऑपरेशन चलायें. ट्रेनों में साटे गये स्कॉर्ट पार्टी के मोबाइल नंबर को चेक करें. सभी थानों को जो शिकायत पेटी मिली है, वह स्टेशन परिसर में लगायें. धनबाद स्टेशन पर भवन के मुख्य द्वार पर कल तक लगा दें. ताकि यात्री अपना आवेदन शिकायत पेटी में डाल सके. इंस्पेक्टर उसे सप्ताह में एक दिन खोलेंगे. स्टेशन पर तैनात होमगार्ड के जवान भी चेकिंग करेंगे. गाड़ियों को नो पार्किग में नहीं लगने देना है. एसआरपी ने यह भी कहा कि चार्ज शीट सौंपने के बाद इंस्पेक्टर को कोर्ट में जाकर पता लगाना है कि आरोपी को सजा हुई है या नहीं. इसके अलावा वह छूटा है तो कहां है. उसकी गतिविधि पर नजर रखेंगे.