संजीव झा
धनबाद: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी हर स्तर पर शुरू हो चुकी है. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर से इसके लिए रणनीति बना रहे हैं. बूथ कमेटियां बना रहे हैं. लेकिन धनबाद में कांग्रेस पार्टी की तरफ से अब तक कोई ठोस तैयारी नहीं हो रही है. पार्टी यहां एक बार फिर से पूरा चुनाव प्रत्याशियों के भरोसे लड़ना चाहती है.
क्या है स्थिति
इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में लगभग तमाम विपक्षी दलों के समर्थन के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी कीर्ति आजाद को धनबाद में करारी हार का सामना करना पड़ा था. मतदान के दिन धनबाद विधानसभा सहित पूरे संसदीय क्षेत्र के 70 फीसदी बूथों पर कांग्रेस के पोलिंग एजेंट तक नहीं थे. बूथों के बाहर पार्टी का झंडा तक नहीं लगा था. बड़े-बड़े जिला पदाधिकारी भी पोलिंग के दिन आराम फरमा रहे थे. हालांकि चुनाव बाद इसका ठीकरा पार्टी प्रत्याशी कीर्ति आजाद पर फोड़ कर यहां के पदाधिकारी निश्चिंत हो गये. आने वाले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस की स्थिति लोकसभा चुनाव जैसी ही है.
संभावित प्रत्याशी बना रहे बूथ कमेटी : कांग्रेस पार्टी से धनबाद, झरिया, बाघमारा से चुनाव लड़ने को इच्छुक प्रत्याशी अपने स्तर से बूथ कमेटी बना रहे हैं. जिन्हें टिकट मिलेगा उनके ही लोग बूथ कमेटी में रहेंगे. अगर महागठबंधन हुआ तो यही तीन सीट यहां कांग्रेस के खाते में जा सकती है. जिला कमेटी की तरफ से बूथ कमेटी बनाने का काम नहीं चल रहा है. किसी विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन तक नहीं हुआ. एक सप्ताह बाद त्योहार का माहौल हो जायेगा. उसके बाद कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है.
सबसे ज्यादा धनबाद में दावेदार
धनबाद विधानसभा क्षेत्र से भले ही कांग्रेस पिछले पांच में से चार चुनाव हार चुकी है. लेकिन सबसे ज्यादा दावेदार इसी क्षेत्र से हैं. यहां से पूर्व विधायक मो. मन्नान मल्लिक, पार्टी के जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र वर्मा, लोकसभा चुनाव लड़ चुके विजय कुमार सिंह, अजय कुमार दुबे के अलावा जिप सदस्य सह झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिजीत राज चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. श्री मल्लिक पिछले चार चुनाव से यहां बतौर कांग्रेस प्रत्याशी लड़े. इसमें एक बार जीते और तीन बार पराजय का सामना करना पड़ा. उनके विरोधी इस बार टिकट कटवाने में लगे हैं. नये चेहरे को उतारने की मांग कर रहे हैं.
लोकसभा चुनाव की गलती नहीं दुहरायेंगे : इरफान
कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सह धनबाद जिला के प्रभारी इरफान अंसारी कहते हैं कि इस माह के अंत तक पूरे धनबाद जिला में बूथ कमेटी का गठन हो जायेगा. लोकसभा चुनाव की गलती नहीं दुहरायेंगे. संभावित प्रत्याशियों को भी कमेटी बनाने को कहा गया है. सभी को मिला कर फाइनल बूथ कमेटी बनेगी. कांग्रेस इस बार तीनों विधानसभा क्षेत्र में जीतने वाले दावेदार पर ही दांव लगायेगी.
झरिया में तीन दावेदार कर रहे तैयारी
धनबाद के बाद कांग्रेसियों के लिए झरिया हॉट सीट बना है. यहां से पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह चुनाव लड़ना चाहती हैं. पति की हत्या के ढाई वर्ष बाद श्रीमती सिंह राजनीति में उतरी हैं. लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान भी चला रही हैं. यहां से कांग्रेस नेता संतोष सिंह भी दावा ठोंके हुए हैं. श्री सिंह भी लगातार क्षेत्र में जन संपर्क कार्यक्रम चला रहे हैं. कांग्रेस टिकट के लिए झरिया से शमशेर आलम भी दावा ठोंके हुए हैं. पिछली बार मेयर का चुनाव लड़ चुके श्री आलम का दावा है कि पार्टी ने टिकट दिया तो सीट निकाल लेंगे.
बाघमारा में ओल्ड व यूथ में मुकाबला
बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भी तीन दावेदार सामने हैं. इनमें पूर्व मंत्री ओपी लाल, जलेश्वर महतो के अलावा मजदूर नेता रणविजय सिंह शामिल हैं. तीनों का अपना दावा है. श्री लाल यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं. श्री महतो भी दो बार विधायक वे कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. इसी वर्ष कांग्रेस में शामिल हुए हैं. दोनों नेता अपने अनुभव के बल पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं रणविजय सिंह यूथ व नया चेहरा होने के आधार पर दावा कर रहे हैं. उनका कहना है कि युवा ही बाघमारा के वर्तमान विधायक ढुलू महतो को हरा सकते हैं.