धनबाद: जिले का मुख्य डाकघर लगभग दो लाख लोगों को वित्त सेवाएं दे रहा है. डाक घर की बैंक सेवा शुरू होने से देश के साथ जिले के लाखों ग्राहकों को काफी फायदा होता. उक्त बातें सोमवार को मुख्य डाक पाल एसके चौरसिया ने कही. बताया कि फि लहाल वित्तीय सेवा विभाग की ओर से रिजर्व बैंक को भेजी रिपोर्ट में डाकघर की बैंकि ग सेवा नहीं शुरू करने की सिफारिश की गयी है, उससे ग्राहक मायूस हैं.
क्या है सिफारिश में : वित्त मंत्रलय के मातहत काम करने वाले वित्तीय सेवा विभाग ने अपनी रिपोर्ट में यह आशंका जाहिर की है कि सरकारी क्षेत्र के एक और बैंक डाकबैंक आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे सरकारी क्षेत्र के बैंकिंग कारोबार पर बुरा असर पड़ेगा. सेवा शुरू करने के लिए लगभग 1850 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी,जो रकम डाक विभाग के पास नहीं है.
कुछ उम्मीद अभी है बाकी : डाक विभाग का मानना है कि विभाग का देश भर में व्यापक नेटवर्क को देखते हुए 16 मई के बाद नयी सरकार डाकबैंक खोलने पर पहल करेगी. वर्तमान में रिजर्व बैंक की ओर से गठित बैंक लाइसेंस के प्राप्त आवेदन पर विचार करने के लिए जो उच्चस्तरीय समिति गठित की गयी थी.