बैकलॉग से संबंधित विषयों की आड़ में प्रोन्नति की संचिका को लंबे विश्राम में भेज दी गयी है. जबकि प्रोन्नति पाने वाले शिक्षकों में से कई शिक्षक सेवानिवृत्ति होने वाले हैं. प्रोन्नति के निमित्त उत्पन्न गतिरोध को जिला शिक्षा विभाग एवं उपायुक्त धनबाद अपने प्रशासकीय अधिकार क्षेत्र में समाधान कर सकते हैं, लेकिन इस ओर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं.
शिक्षकों को प्रोन्नति देना उपायुक्त की जवाबदेही है. आखिर शिक्षक अपनी प्रोन्नति खुद कैसे ले सकते हैं. इसके लिए तो सक्षम प्राधिकार ज़िला शिक्षा स्थापना समिति ही है. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ उपायुक्त धनबाद से अपेक्षा करती है कि जल्द से जल्द जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक बुलाकर समस्याओं का हल निकालते हुए शिक्षकों के प्रोन्नति की कार्यवाही पूरी की जाये.