निरसा/मुगमा: निरसा थाना क्षेत्र के बेलचढ़ी के कोवारडीह कॉलोनी निवासी तपन राम की पत्नी रीना देवी व उसके दो माह के मासूम पुत्र कार्तिक का शव गुरुवार को घर पहुंचते ही कॉलोनी चीत्कार से गूंज उठी. मानसिक तनाव में रहने के कारण रीना ने अपने दुधमुंहे पुत्र को जहर खिला बुधवार को खुद भी आत्महत्या कर ली थी. दोनों की मृत्यु पीएमसीएच में हुई.
आज शव पहुंचने के कुछ देर बाद मृतका के मायके वाले बिहार के बरबीघा थाना क्षेत्र के इस्माइलपुर से यहां पहुंचे. ये लोग कह रहे थे कि हे भगवान, इस नवजात ने किसका क्या बिगाड़ा था. रीना देवी की तीन वर्षीय पुत्री अमृता बार-बार अपनी मां व भाई के शव से जाकर लिपट जा रही थी. उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि उसकी मां व भाई अब इस दुनिया में नहीं है. अमृता को देखकर कॉलोनी के लोगों की आंखें भर आयीं. दोनों का अंतिम संस्कार खुदिया नदी के किनारे किया गया. भाजयुमो के संजय सिंह पिंटू, राजू बनर्जी सहित काफी संख्या में स्थानीय लोग मृतका के घर पहुंच शोक संवेदना व्यक्त की.
परेशान रहती थी बेटी : पिता
पीएमसीएच प्रबंधन ने मृतका रीना देवी व उसके पुत्र का शव मॉर्चरी में रखवा दिया था. प्रबंधन रीना के मायके वालों के आने का इंतेजार कर रहा था. मृतका के पिता इस्माइलपुर निवासी छोटेराम ने पीएमसीएच प्रबंधन व पुलिस के समक्ष बयान दर्ज करवाया. कहा है कि उनकी पुत्री बहुत ही अच्छे ढंग से अपनी ससुराल में रह रही थी. करीब तीन-चार माह पूर्व से उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी. वे लोग व ससुराल वाले झाड़-फूंक से लेकर डॉक्टर से इलाज तक करवाये. इसमें किसी की कोई गलती नहीं है. ससुराल वालों के साथ उसका मधुर संबंध था.