झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन कभी नौ दिन तो कभी तीन माह के लिए सीएम बने. वहीं हेमंत सोरेन एक वर्ष से कुछ दिन अधिक सीएम रहे. इसमें भी दो बार चुनाव आचार संहिता लगी. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता अब एक बार फिर हेमंत सोरेन की ही सरकार बनाना चाह रही है. रघुवर सरकार में विकास के काम नहीं हो रहे हैं. केवल नौटंकी हो रही है.
शौचालय निर्माण के नाम पर लूट-खसोट हुई. ऐसी-एेसी जगह शौचालय बने हैं जहां पानी की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लिट्टीपाड़ा को गोद लेने की घोषणा की थी. चुनाव हारने के बाद पीएम व सीएम गोद लेने की घोषणा भूल गये.