बावजूद बीसीसीएल प्रबंधन घनुडीह के पांच सौ ट्रक लोडरों के रोजगार के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. अचानक घनुडीह प्रबंधन ने तुगलकी फरमान जारी कर घनुडीह परियोजना में उत्पादन ठप कर राजापुर में विलय की योजना बना दी. इसके खिलाफ असंगठित मजदूरों ने जब आंदोलन शुरू किया तो प्रबंधन ने पुलिस के सहयोग से आंदोलन को दबाने का प्रयास किया.
संघ का झंडा भी उखाड़ दिया. घनुडीह के ट्रक लोडरों ने 15 दिन पूर्व घनुडीह पीओ सत्येंद्र कुमार व दोबारी पीओ जीडी महतो के खिलाफ घनुडीह ओपी में लिखित शिकायत की थी. लेकिन उन पर आज तक कानूनी कार्रवाई नहीं हुई. इस कारण 11 सदस्यीय ट्रक लोडर आमरण अनशन करेंगे. मौके पर खुशीद आलम, जदू राम, सिकंदर मंडल, मुकेश यादव, नंदलाल भुईयां, उमेश सिंह, रमेश राम, संत सिंह, चरितर रविदास, संजीव कुमार, प्रीतम कुमार भुईयां, शालीग्राम पासवान , गणेश पासवान, श्याम छोटे लाल आदि थे.