एसडीपीओ के निर्देश पर इंस्पेक्टर झा सहित कुंडा थाना प्रभारी राजीव रंजन व एएसआइ जेपी पांडेय देवसंघ-सातर मुख्य पथ स्थित ठाढ़ी मोड़ के समीप एक तीन मंजिले मकान में जांच-पड़ताल के लिए पहुंचे. उक्त मकान में शिपिंग कंपनी में नौकरी लगाने के नाम पर संस्थान संचालित है. जांच-पड़ताल के बाद उक्त संस्थान संचालक को पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया. समाचार लिखे जाने तक संस्थान संचालक थाना नहीं पहुंचे. इधर, प्रकाश के आवेदन पर कुंडा थाना में उक्त संस्थान संचालक व एक कर्मी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है.
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धोखाधड़ी: उत्तराखंड के युवक ने एसडीपीओ से की शिकायत, शिपिंग कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
देवघर: शिपिंग कंपनी में नौकरी लगाने के नाम पर उत्तराखंड के युवक से ठगी करने का मामला सामने आया है. इसकी शिकायत लेकर चंपावत जिले अंतर्गत तनकपुर थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव निवासी प्रकाश चंद्र आर्या एसडीपीओ के पास पहुंचा. एसडीपीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर इंस्पेक्टर टीएन झा को बुलाया और […]
देवघर: शिपिंग कंपनी में नौकरी लगाने के नाम पर उत्तराखंड के युवक से ठगी करने का मामला सामने आया है. इसकी शिकायत लेकर चंपावत जिले अंतर्गत तनकपुर थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव निवासी प्रकाश चंद्र आर्या एसडीपीओ के पास पहुंचा. एसडीपीओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर इंस्पेक्टर टीएन झा को बुलाया और मामले की जांच कर कुंडा थाना में मामला दर्ज कराने का निर्देश दिया.
मथुरा में दी परीक्षा, इंटरव्यू देने आया था देवघर : प्रकाश ने कुंडा थाना में दिये शिकायत में जिक्र किया है कि उसने अपने घर के समीप के बुक स्टॉल से सी-मेन बहाली की फॉर्म खरीदकर नवंबर-2016 में भरा था. इसके बाद स्पीड पोस्ट से उसे एडमिट कार्ड प्राप्त हुआ. एडमिट कार्ड में अंकित यूपी अंतर्गत मथुरा के हनुमान मंदिर वाली गली शोक रोड मंडी चौराहा के समीप स्थित ज्ञान बाल विद्या मंदिर सेंटर पर 20 नवंबर 2016 को परीक्षा दी. परीक्षा में पास होने के बाद 10 दिसंबर 2016 को शारीरिक जांच व इंटरव्यू के लिए देवघर के कुंडा थानांतर्गत उक्त शिपिंग कंपनी कार्यालय में पहुंचा. इसके पश्चात स्पीड पोस्ट से उसका नियुक्ति पत्र घर पहुंचा. नियुक्ति पत्र के तहत उसे 26 दिसंबर 2016 को शिपिंग कंपनी के देवघर कार्यालय में योगदान के लिए बुलाया गया.
70 हजार लेकर इंटरव्यू लेटर देने का आरोप
प्रकाश ने एसडीपीओ को बताया कि इंटरव्यू लेटर देने के नाम पर उससे संस्थान के लोगों ने 70 हजार रुपये की मांग की थी. आरोप लगाते हुए प्रकाश ने कहा है कि उक्त राशि में से 50 हजार रुपये उसने नगद व बाकी के 20 हजार रुपये का भुगतान कंपनी के एक कर्मी के बैंक खाते में ट्रांसफर किया है. ट्रेनिंग तक 15 हजार रुपये प्रतिमाह व ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 30 हजार रुपये वेतन देने की बात कही गयी थी. राशि देने के बाद उसे शिप में नौकरी के लिये भेजा गया. इस क्रम में 15 दिन कोलकाता, पांच दिन गोवा व तीन दिन गुजरात में शिप पर झाड़ू-पोंछा लगवाया गया. उक्त कार्य का विरोध किया तो अब वे लोग पैसा वापस नहीं कर रहे हैं और गाली-गलौज कर भगा दे रहे हैं. प्रकाश ने पुलिस को यह भी बताया है कि काम के दौरान गुजरात में उसे चोट लगी थी व हाथ फ्रेंक्चर हो गया था. इसका इलाज तक का खर्च संस्थान वालों ने नहीं दिया. खुद के पैसे से ही उसे इलाज तक कराना पड़ा. प्रकाश ने यह भी कहा है कि उसके एक दोस्त हरेंद्र से भी ठगी हुई है.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
मामले की जांच करायी जा रही है. प्रथम द्रष्टया लगता है कि उक्त ठगी कांड का नेटवर्क राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है. देश के कई राज्यों में सुनियोजित तरीके से उक्त शिपिंग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की जा रही है. बजाप्ते सरकारी स्कूलों में सेंटर बनाकर परीक्षा ली जा रही है और अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. उक्त कंपनी के क्या कायदे व नियम हैं, इसकी जांच कराने के निर्देश दिये गये. जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
दीपक कुमार पांडेय, एसडीपीओ देवघर
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