देवघर : गोड्डा सांसद ने अच्छी योजना सोलर लाइट के काॅन्सेप्ट के रूप में देवघर को दिया. शुरुआत में देवघर को मॉडल बनाकर सांसद ने देवघर से बासुकिनाथ तक सोलर लाइट लगाने की योजना भी स्वीकृत करवायी. सांसद निधि से दोनों ही योजना में उन्होंने पैसे दिये. लेकिन अब तक का जो अनुभव रहा है देवघर का, सोलर लाइट लगाने वाली कंपनी ने मेनटेनेंस के नाम पर सिर्फ ठगा है. यही कारण है कि जसीडीह से बाबा मंदिर तक लगे सोलर रोड लाइट बंद पड़ी है. इक्का-दुक्का कहीं जलती है
लेकिन अधिकांश बंद पड़ा है. सांसद के दवाब में प्रशासनिक स्तर से कंपनी पर कार्रवाई, एफआइआर तक करने की बात हुई लेकिन कुछ नहीं हुआ. अब देवघर-बासुकिनाथ सोलर लाइट तो लग गया है लेकिन यह कितने दिनों तक चलेगा, संशय की स्थिति है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि सिर्फ पांच साल मेनटेनेंस के बाद क्या इतनी राशि बेकार हो जायेगी. क्योंकि उसके बाद यदि लाइट खराब होती है तो उसके मेनटेनेंस की क्या कोई वैकल्पिक व्यवस्था इस योजना में है.