लंबी दूरी से आने वाले खोया की गुणवत्ता पर हमेशा सवाल उठता रहा है. पूर्व में भी कई बार जांच गड़बड़ी मिली थी. पिछले वर्ष मेले में पेड़ा में जमकर खोया का पुराना लोथ व आरारोट का प्रयोग किये जाने का मामले का खुलासा हुआ था, इस कड़ी में उड़नदस्ता की टीम ने घोरमारा के कुछ दुकानों से पेड़ा का सैंपल भी जब्त किया था व उसमें केस भी दर्ज हुए थे. इस वर्ष भी बड़े पैमाने पर पुराना लोथ व आरारोट का प्रयोग किये जाने की चर्चा है.
एक माह तक खुलने वाले अधिकांश दुकानों में यह खेल धड़ल्ले से चल रहा है. हालांकि इस वर्ष श्रावणी मेला मेला आठ नौ दिन बीत जाने के बाद भी अब तक फुड इंस्पेक्टर समेत अन्य कोई भी जांच टीम घोरमारा नहीं पहुंची है. इससे जांच टीम में कार्य की सक्रियता पर भी सवाल उठ रहा है.