देवघर: सदर अस्पताल परिसर में रहने वाली एक महिला मंगलवार रात को रहस्यमय परिस्थिति में झुलस गयी. हालांकि आसपास के लोगों का कहना है कि महिला डायरिया वार्ड के पीछे शौचालय के ऊपर बने अपने कमरे में सो रही थी.
तभी उसे जलाने का प्रयास किया गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अस्पताल परिसर भी पहुंची. पीड़िता के आरोपित पति को हिरासत में लेकर थाना पहुंची. मगर अगले दिन शाम हो जाने के बावजूद पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपित पति पर आरोप गठित नहीं हुआ. दिनभर हाजत में रखने के बाद भी मामले में कोई प्राथमिकी नहीं हुई. उधर घटना के बाद जब पीड़िता को इलाज के लिए ले जाया जा रहा था. तो उस वक्त कराहते हुए कह रही थी कि पुलिस को बुलाओ और घटना की जानकारी दो. हालांकि इलाज के दौरान चिकित्सक के सामने उसने पति की कारगुजारियों की कहानी बताते हुए कह रही थी कि अक्सर उसका पति शराब पीकर घर आता था व मारपीट करता था. उसका वह विरोध करती थी. घटना के दिन भी उसके साथ यही कहानी हुई. उसका पति शराब पीकर आया और उसके साथ मारपीट किया.
कैसे हुई घटना
उस वक्त पीड़िता कमरे में सो रही थी. इस बीच उसका पति आया व दरवाजा खोलने की जिद करने लगा. बात न मानने पर दरवाजा तोड़कर घर में घुसा और आग लगा दी. घटना में महिला गंभीर रूप से आग में झुलस गयी.
बंद कमरे के भीतर से उसने बचाओ-बचाओ की आवाज लगायी. इस बीच डायरिया वार्ड में मौजूद मरीज के परिजन व गार्ड ने उसकी आवाज सुनी व लोगों को इसकी सूचना दी. तब तक महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी. इसी बीच परिसर में महिला के बेटे व उसके कुछ दोस्त परिसर में ही नववर्ष की तैयारी कर रहे थे. जानकारी मिलते ही वे सभी लड़के कमरे के पास पहुंचे. पहले दरवाजा खोलने का प्रयास किया. मगर जब नहीं खुला तो उनलोगों ने दरवाजा तोड़कर पीड़िता को निकाला व इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. जहां महिला का इलाज किया गया.