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अपहृत मजदूरों की रिहाई नक्सलियों की रहम पर!

देवघर: जसीडीह थानांतर्गत अंधरीगादर पंचायत स्थित बुढ़नियां नदी के पुल निर्माण स्थल से केके बिल्डर्स के अपहृत सात कर्मियों का 96 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है. बिहार-झारखंड पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन चल रहा है, बावजूद अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. अपहृत को छुड़ाने का कोई सफल […]

देवघर: जसीडीह थानांतर्गत अंधरीगादर पंचायत स्थित बुढ़नियां नदी के पुल निर्माण स्थल से केके बिल्डर्स के अपहृत सात कर्मियों का 96 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है. बिहार-झारखंड पुलिस का संयुक्त ऑपरेशन चल रहा है, बावजूद अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. अपहृत को छुड़ाने का कोई सफल प्रयास नहीं दिख रहा है. सभी नक्सलियों के रहम पर ही निर्भर हैं. पुलिस भी अब उनलोगों के मुक्त होने का इंतजार कर रही है. आइजी ऑपरेशन मुरारी लाल मीणा फिलहाल यहीं कैंप कर रहे हैं. लगातार डीआइजी प्रिया दुबे भी मुख्यालय से ही फोन पर मॉनिटरिंग कर रही हैं. बरामदगी के लिये देवघर एसडीपीओ के नेतृत्व में बनी टीम काम कर रही है. इस टीम में जसीडीह इंस्पेक्टर राममनोहर शर्मा सहित जसीडीह थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार, मधुपुर थाना प्रभारी केके साहू व एसआइ हरेंद्र चौधरी सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हैं. वहीं एसपी भी पल-पल की कार्रवाई पर नजर बनाये हैं.

गुरुवार को एसपी प्रभात कुमार सुबह से ही जसीडीह के सीमावर्ती इलाके में कैंप कर रहे थे. देर शाम में उन्होंने ऑपरेशन में शामिल पुलिस अधिकारियों के साथ जसीडीह थाने में बैठक की. अगली रणनीति को लेकर इस बैठक में विचार-विमर्श किया गया.

नक्सली दया पर आश्रित हैं परिजन
अपहृत कर्मियों के परिजनों को भी अब पुलिस से आस टूट चुकी है. अब उनलोगों को भगवान पर ही भरोसा रह गया है. ईश्वर की कृपा हो जाय और शायद नक्सलियों में दया की भावना आ जाय ताकि परिजनों को मुक्त कर दें. परिजनों का यह कहना है कि आखिर उनके लोगों ने नक्सलियों का क्या बिगाड़ा है. वे लोग तो पेट की खातिर मजदूरी करते हैं. दिन भर कमाई कर लाते थे तो शाम में उनलोगों का चूल्हा जलता था. इस पर भी तरस आना चाहिए.

ऑपरेशन अभी चालू हैझारखंड के ऑपरेशन आइजी मुरारी लाल मीणा अब भी यहीं कैंप कर रहे हैं. उन्होंने प्रभात खबर से कहा कि ऑपरेशन अभी भी चालू है. जब तक कुछ रिजल्ट नहीं मिल जाता, तब तक कुछ भी कहना उचित नहीं होगा.

अभी कुछ भी बोलना जल्दीबाजी होगी
डीआइजी प्रिया दुबे ने दो दिन पहुंच कर यहां समीक्षा की. उनका भी कहना है कि पुलिस अपना काम कर रही है. जब तक सफलता नहीं मिलती है, तब तक कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगा.

पुलिस मिल रही सूचनाओं के साथ आगे बढ़ रही है. दिन भर पुलिस का अभियान चलता रहा. जब तक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मी मिल नहीं जाते, कुछ नहीं कहा जा सकता है. आइजी ऑपरेशन व डीआइजी का लगातार निर्देश मिल रहा है.

प्रभात कुमार, एसपी

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