अलबत्ता प्रो वीसी की अध्यक्षता वाली इस समिति ने केवल आश्वासन ही दिया और सारे मुद्दों पर निर्णय के लिए वीसी को ही सक्षम बताया. लगभग ढ़ाई घंटे तक चली इस वार्ता का कोई फलाफल नहीं आया. वार्ता के लिए वीसी ने जिन्हें अधिकृत किया था, उनमें प्रो वीसी डॉ सत्यनारायण मुंडा, कुलसचिव डॉ पीके घोष, वित्त पदाधिकारी डॉ काशीनाथ झा, सहायक कुलसचिव राजकुमार झा व इग्निशियस मरांडी तथा कर्मचारियों की ओर से सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दीपेंद्रनाथ जजवाडे, पिरमल कुंदन, अशोक जायसवाल, नेतलाल मिर्धा, अल्फ्रेड सोरेन, प्रदीप पंडित, अतुल झा आदि शामिल थे.
इससे पूर्व दिनभर कर्मचारियों ने छठे वेतनमान सहित तमाम सुविधाएं प्रदान करने, मनमाने ट्रांसफर पर रोक लगाने, वंचित कर्मचारियों को एरियर का भुगतान करने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की. आंदोलन और शोर शराबे की वजह से ही वेतन निर्धारण से संबंधित बैठक भी नहीं हो सकी. आंदोलन में बरहरवा से जीशू शेख, सच्चिदानंद संतोषी, जामताड़ा से अरबिंद कुमार, गोड्डा से परिमल कुंदन, वरुण तिवारी, साहिबगंज से नीरज कुमार व बेचन राय, परसा से नूर नवी व मो मुस्लिम, देवघर से संजय मिश्रा आदि मौजूद थे. श्री कुंदन ने बताया कि मांगों पर ठोस कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहेगा.