करौं: जामताड़ा जिले के करमाटांड़ अंतर्गत चरघरा गांव से दो युवकों को देवघर पुलिस के नाम पर चार-पांच की संख्या में टोयोटा गाड़ी पर सवार होकर पहुंचे युवकों ने उठा लिया. चरघरा से उठाये गये युवकों में एक का नाम जयप्रकाश मंडल है.
जयप्रकाश सहित दोनों को लेकर टोयोटा गाड़ी वाले करौं के रास्ते निकल रहे थे. इस बीच उनलोगों के परिजनों की सूचना पर करमाटांड़ थाना प्रभारी ने करौं थाना प्रभारी को सूचना देकर टोयोटा सवार को रोकने का आग्रह किया. करौं थाना प्रभारी कैथल ने डिंडाकोली के समीप टोयोटा सवार युवकों को रोका लेकिन उनलोगों ने अपने को विलासपुर पुलिस बताया. इससे करौं थाना प्रभारी पीछे हट गये.
उनलोगों ने करौं थाना प्रभारी को रांची एसपी बता कर किसी से फोन पर बात भी कराया. इसके बाद वे लोग देवघर एसपी से थाना प्रभारी की शिकायत करने की बात कहते हुए करमाटांड़ के दोनों युवकों को लेकर आगे निकल गये. टोयोटा सवार युवकों में से एक ने विलासपुर पुलिस का आइ-कार्ड भी थाना प्रभारी को दिखाया था. टोयोटा सवार के निकलने के बाद करौं व करमाटांड़ पुलिस को जानकारी नहीं हो पा रही है कि आखिर वे लोग थे कौन. उधर चरघरा निवासी पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके परिजनों को किसी ने अगवा कर लिया है.
दोनों थाने की पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. पूरे प्रकरण की जानकारी देवघर व जामताड़ा के एसपी को भी दे दी गयी है. इस मामले में देवघर एसपी का कहना है कि मामला जामताड़ा जिले का है. करौं थाना प्रभारी को मामले का पता लगाने का निर्देश दिया गया है. पता चल रहा है कि टोयोटा वाले ने विलासपुर पुलिस के रुप में परिचय दिया था. देवघर जिले का कोई टीम जामताड़ा नहीं गया है.