देवघर: झारखंड, बिहार व बंगाल के 14 प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों में आधारभूत संरचना को डेवलप करने के काम में वहां की सरकारें जुटी है. कई स्थानों पर काम भी शुरू हो गया है.
14 में 7 साइट्स झारखंड में हैं. उक्त बातें केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री डॉ के चिरंजीवि ने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लोकसभा में पूछे गये प्रश्न के आलोक में कही. उन्होंने कहा कि झारखंड के सात साइट्स में देवघर, बासुकिनाथ, पारसनाथ, त्रिकुट पर्वत, मलूटी, साहिबगंज फॉसिल्स व तपोवन का विकास राज्य सरकार ने किया है.
इसके अलावा देवघर को मेगा टूरिस्ट डेस्टिनेशन 2011-12 में ही स्वीकृत हो गया है. वर्ष 2013-14 में बासुकिनाथ, पारसनाथ व त्रिकुट पर्वत के आधारभूत संरचना के विकास के लिए तीन प्रोजेक्ट प्राथमिकता के आधार पर लिये गये हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने तारापीठ को टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तरह डेवलप करने का प्लान बनाया है. इसका डीपीआर तैयार हो गया है. वहीं बिहार में सुल्तानगंज, विक्रमशिला व अंतिचक विक्रमशिला में तीन प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है. ज्ञात हो कि सांसद श्री दुबे ने लोकसभा में मैटर अंडर रूल 377 के तहत 19 दिसंबर 2012 व 22 अप्रैल 2013 केंद्र सरकार से झारखंड के पर्यटन व धार्मिक स्थलों को विकसित करने की मांग की थी.
जिसमें झारखंड, बंगाल व बिहार के 14 महत्वपूर्ण स्थलों को कंप्रिहेंसिव एक्शन प्लान के तहत विकसित करने की बात कही थी. इनमें देवघर, कर्णगढ़ (भागलपुर), बासुकिनाथ, पारसनाथ, मंदार पर्वत, विक्रमशिला, चंपापुरी, तारापीठ, त्रिकुट पर्वत, सुल्तानगंज, बटेश्वर स्थान, मलूटी, साहिबगंज फॉसिल्स व तपोवन शामिल हैं.