देवघर : श्रावणी मेले के दौरान खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता की जांच के लिए जब्त किये गये फूड सैंपल कायार्लय में ही सड़ गये हैं. इस कारण खाद्य पदार्थ की जांच पर आंच की गुंजाइश बढ़ गयी है. क्योंकि खाद्य पदार्थ के दो सैंपल जांच टीम ने लिये थे. एक सैंपल स्टेट फूड लैब जांच के लिए भेजा गया और दूसरा सैंपल कार्यालय में प्रीजर्व रखा गया था. ताकि भविष्य में कोई व्यवसायी जांच रिपोर्ट को चैलेंज करे तो संरक्षित सैंपल के आधार पर विभाग उसे जवाब दे सके. लेकिन रख-रखाव के अभाव में देवघर के कार्यालय में रखा सैंपल ही सड़ गया है. इससे दुर्गंध निकलने लगी है. इस कार्रण वहां कार्यरत कर्मियों को काम करना मुश्किल हो रहा है.
श्रावणी मेले के दौरान लिये गये थे सैंपल: ज्ञात हो कि श्रावणी मेले के दौरान स्वास्थ्य मुख्यालय की अोर से दो फूड इंस्पेक्टरों( रवि श्रीवास्तव व कृष्ण प्रसाद सिंह) को संपूर्ण मेला क्षेत्र (कांवरिया पथ स्थित झारखंड की सीमा दुम्मा बार्डर से लेकर शहरी क्षेत्र तक) में खाद्य पदार्थों की जांच करने के लिए देवघर में प्रतिनियुक्त किया गया था. पदाधिकारी द्वय ने पूरी मेला अवधि( एक अगस्त से 29 अगस्त) के दौरान कुल 88 सैंपल जब्त किये थे, जिसे एसीएमअो कार्यालय की देखरेख में अनुमंडल कार्यालय के विशेष दूत के माध्यम से जांच के लिए तीन चरणों में नामकुम, रांची स्थित स्टेट फूड लैब भेजा गया था.
65 में से 18 सैंपल दोषपूर्ण मिले: उसमें से दो चरणों में भेजे गये 65 में से 18 सैंपल में दोषपूर्ण पाये गये हैं. उन पर नियमानुकूल कारवाई होनी है. मगर विभाग के पास जब्त किये गये सैंपलों से संबंधित प्रतिष्ठान व उनके मालिकों का कोई पता-ठिकाना कार्यालय में मौजूद नहीं है. ऐसे में खामी पाये जाने वाले प्रतिष्ठान संचालकों पर क्या कार्रवाई होगी. यह अब तक तय नहीं हो सका है. बाध्य हो एसीएमअो कायार्लय की अोर से फूड अॉफिसरों को चिट्ठी भेज कर सात दिनों के अंदर सबका पता-ठिकाना बताने को कहा गया है. जबकि 23 सैंपलों की रिपोर्ट अब तक नहीं आयी है. फूड जांच के लिए जिले में एसीएमअो ही नोडल पदाधिकारी होते हैं.