देवघर: बिहार की रहने वाली एक शादीशुदा युवती सौतेली मां की प्रताड़ना से तंग आकर न्याय व जिंदगी निर्वाह की सहयोग मांगने महिला थाना पहुंची. दरअसल वह अपनों से दर-दर की चोट खाते थक चुकी थी. बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी. अंतत: जब उसे थकान का अहसास हुआ तो भी निराश नहीं हुई, चली गयी बाबा बैद्यनाथ की शरण में. इत्तफाक से उसे एक अच्छे पुजारी से मुलाकात हुई. अकेले देख पुजारी ने युवती से पूछताछ की तो दर्द को वह रोक नहीं पायी. आपबीती सुना कर उक्त पुजारी से उसने सहयोग मांगा ताकि मेहनत कर अपनी जिंदगी निर्वहन कर सके.
वहीं समाज में एक उदाहरण बन कर सामने आये ताकि दूसरी महिला व युवती उससे प्रेरणा ले सके. युवती के आगे-पीछे कोई नहीं है. जन्म देने वाली मां उसे छोड़ बचपन में ही चली गयी थी. सौतेली मां तब से प्रताड़ित करती रही. साजिश से सौतेली मां ने एक शादीशुदा दो बच्चे के व्यक्ति से उसकी शादी करा दी. पिता को इसकी जानकारी हुई तो सदमे में वे भी चल बसे.
इसके बाद मौका पाकर सौतेली मां ने युवती को बनारस ले जाकर बेच दी. वहां पूर्व से रहने वाली लड़कियों ने असलियत बता कर जिंदगी बरबाद होने से बचाया और रात में भगा दिया. किसी तरह कांवरियों के साथ वह एक सप्ताह पूर्व बाबाधाम आयी. कई धर्मशालाओं में शरण लेती रही. एक जगह अकेले पाकर फिर उस पर एक व्यक्ति ने गलत नजर डाला तो वहां से भाग कर बाबा बैद्यनाथ की शरण में गयी.