देवघर: संताल परगना चेंबर ऑफ कॉमर्स के 41 सदस्यों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. इनमें 35 संस्थापक सदस्य शामिल हैं. जानकारी नवगठित देवघर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विनय माहेश्वरी ने होटल रिलैक्स के सभागार में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि 2002 में देवघर के व्यापार व वाणिज्यिक विकास के उद्देश्यों को लेकर शहर के 40 व्यापारियों ने मिल कर संताल परगना चेंबर ऑफ कॉमर्स का गठन किया था.
मगर 19 जुलाई को होटल रिलैक्स में संपन्न चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के द्विवार्षिक चुनाव के दौरान सदस्यों ने एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी व अशोभनीय व्यवहार किया था. इस बात को लेकर 28 जुलाई को व्यापारियों के एक समूह ने समीक्षात्मक बैठक की थी, जिसमें देवघर चेंबर ऑफ कॉमर्स नामक नये चेंबर का गठन किया गया था.
इसमें श्री माहेश्वरी अध्यक्ष व जीवन प्रकाश महासचिव मनोनीत किये गये थे. प्रेस कांफ्रेंस में नये चेंबर के अध्यक्ष व महासचिव के अलावा उपाध्यक्ष केडी चौधरी, एनके सिंघानिया, तारकेश्वर सिंह, राजकुमार बरनवाल, दिलीप सिंघानिया, अशोक सर्राफ आदि मौजूद थे.
स्वीकारी नये चेंबर की सदस्यता
संप चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज से इस्तीफा देने वालों की सूची गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के सामने जारी की गयी. इस्तीफा देने वालो में- विनय माहेश्वरी, मोहन लाल अग्रवाल, अनिल कुमार टेकरीवाल, रमेश बाजला, विजय शंकर झा, रवि केसरी, जीवन प्रकाश, संजीव अग्रवाल, अशोक सर्राफ, दिलीप कुमार सिंघानिया, कृष्ण देव चौधरी, प्रदीप बाजला, संजय खेतान, शंकर लाल सिंधानिया,तारकेश्वर सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंघानिया, शिव कुमार, भुवनेश्वर नाथ, राजेंद्र प्रसाद, विकास कुमार, राजकुमार चौधरी, प्रेम अग्रवाल, मनीष शर्मा, राजेश टिबड़ेवाल, रमेश शर्मा, विकास केजरीवाल, विनोद नेवर, श्याम व नारायण हिम्मत सिंहका, गोविंद अग्रवाल, मिथिलेश कुमार, कमलेश्वर चौधरी, सुमित कुमार सहित कुल 41 सदस्य के नाम शामिल हैं. बाद में इस्तीफा देने वालों ने देवघर चेंबर ऑफ कॉमर्स की सदस्यता स्वीकार कर ली है.