देवघर: श्रावणी मेले में इस वर्ष की नयी व्यवस्था रिस्ट बैंड तो कांवरियों को दस रुपये शुल्क जमा करने के साथ मिल जा रहा है, लेकिन इसका सबसे बड़ा एक्टीवेशन केंद्र सरासनी में एक्टीवेशन नहीं हो पा रहा है. तकनीकी गड़बड़ी से एक्टीवेशन केंद्र में लगाये गये 80 काउंटर के 52 कंप्यूटर बेकार हो गया है.
काउंटर खाली पड़ा है. केंद्र में प्रतिनियुक्त लगभग 160 कंप्यूटर संचालक कांवरियों को मैनुअल तरीके से बिना फोटो का पहचान पत्र कलम के माध्यम से बना रहे हैं. कांवरियों को कलम से लिख कर जलार्पण का समय दिया जा रहा है. इस तकनीकी गड़बड़ी ने पूरे टाइम स्लॉट बैंड की व्यवस्था को प्रभावित कर दी है, चूंकि सरासनी एक्टीवेशन सेंटर को इस नयी व्यवस्था का मुख्य केंद्र बनाया गया है.
बाघमारा व चरकी पहाड़ी में भी गड़बड़ी
सरासनी के अलावा बाघमारा, चरकी पहाड़ी व जसीडीह में भी रिस्ट बैंड एक्टीवेशन सेंटर बनाया गया है. इन जगहों पर तकनीकी गड़बड़ी से कंप्यूटर काम नहीं कर रहा है. यहां भी कांवरियों को दस रुपये का रिस्ट बैंड के साथ मैनअुल तरीके से समय लिख कर कार्ड दिया जा रह है. बाघमारा में 20, चरकीपहाड़ी दस व जसीडीह 10 कंप्यूटर लगाये गये हैं.
24 घंटे में नहीं सुधर पायी गड़बड़ी
डीसी राहुल पुरवार ने मंगलवार को कांवरिया पथ पर कहा था कि 24 घंटे के अंदर तकनीकी गड़बड़ी को ठीक करने का दावा टेक्नीकल एक्सपर्ट ने किया है, लेकिन बुधवार देर रात तक यह गड़बड़ी दुरुस्त नहीं हो पायी थी.
बुधवार को दिन भर तकनीकी विशेषज्ञ इसे दुरुस्त करने में नंदन पहाड़ स्थित कंट्रोल रूम में जुटे रहे. बावजूद वाय-फाइ से सरासनी एक्टीवेशन सेंटर टू कंट्रोल रूम कनेक्ट नहीं हो पा रहा था. सरासनी एक्टीवेशन सेंटर में कंप्यूटर संचालक कांवरियों को केवल रिस्ट बैंड बांधने में लगे थे, उनके पास मैनुअल तरीके से पहचान पत्र बनाने के अलावा कोई काम नहीं था.