देवघर: रविवार को पंडा धर्मरक्षिणी सभा का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. इसमें प्रो डॉ सुरेश भारद्वाज अध्यक्ष पद के लिए भारी मतों से विजयी हुए. उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी सुशील चरण मिश्र को 386 मतों से पराजित कर दिया. जबकि कार्तिक नाथ ठाकुर उर्फ सुढ़ो दा ने प्रो रूप नारायण फलाहारी को 261 मतों से पराजित कर महामंत्री पद पर कब्जा जमाया. अध्यक्ष पद के चुनाव में कुल 2358 हांडीपति ने हिस्सा लिया.
इसमें 27 वोट रिजेक्ट कर दिया गया. प्रो डॉ सुरेश भारद्वाज ने कुल 1278 मत लाये. जबकि सुशील चरण मिश्र को 892 मत ही मिला. तीसरे स्थान पर युवा संजय मठपति रहे. उन्हें 155 मत मिला. वहीं महामंत्री पद पर कार्तिक नाथ ठाकुर ने कुल 815 मत लाये. जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी प्रो रूप नारायण फलाहारी को 554 मत ही मिल सका. नरेश जजवाड़े तीसरे स्थान पर रहे. उन्हें 319 मत मिला. निताय चांद ने मंत्री पद के लिए राजदेव मिश्र को 204 मतों से पराजित किया.
विजयी प्रत्याशियों ने लगायी बाबा मंदिर में हाजिरी
सभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रो डॉ सुरेश भारद्वाज व महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर अपने समर्थकों के साथ बाबा दरबार पहुंचे. वहां बाबा की पूजा-अर्चना कर पंडा समाज की भलाई के लिए आशीर्वाद मांगा. मौके पर मंदिर में उपस्थित बुजुर्गो के पैर छू कर आशीर्वाद लिया.
तीनों राउंड में लिये बढ़त
मतगणना तीन राउंड में चला. इसमें हर राउंड में प्रो भारद्वाज ने बढ़त ली. पहले राउंड में 444 मत पड़ा. जबकि श्री मिश्र को 274 मत मिला. दूसरे राउंड में भी प्रो भारद्वाज को 329 मत मिला. जबकि श्री मिश्र को 311 मत ही मिला. वहीं तीसरे और अंतिम राउंड में भी श्री भारद्वाज को 407 मत मिला. जबकि श्री मिश्र को 248 मत ही मिल सका. इस प्रकार सभी राउंड में प्रो भारद्वाज ने बढ़त हासिल की.
पूर्व विधायक व डिप्टी मेयर का प्रयास भी नहीं आया काम पूर्व विधायक राज पलिवार व डिप्टी मेयर संजयानंद झा ने भी जम कर सुशील चरण मिश्र के लिए पसीना बहाया था. पूर्व विधायक राज पलिवार सुशील चरण मिश्र के सगे दामाद हैं. इसलिए श्री पलिवार अपनी पूरी ताकत श्री मिश्र को जीताने के लिए लगा दिये थे. दोनों सहयोगी काफी देर तक चुनाव स्थल पर भी रहे.
चांदनी के शोक में नहीं बजा ढोल
बुढ़ई के तालाब में डूबने से चांदनी की मौत हो जाने के कारण विजयी प्रत्याशियों ने ढोल-बाजा का उपयोग नहीं किया. यहां तक की अबीर व पटाका भी नहीं छोड़ा. बिना किसी समारोह के मंदिर में हाजिरी लगा कर अपने घर लौट गये.
ये भी थे उपस्थित
चुनाव संपन्न कराने में वीरेंद्र चरण द्वारी, कृष्णधन खवाड़े, हीरा तनपुरिये, विनय कृष्ण झा, सुबोध झा, अक्षय चरण मिश्र, प्रो सुंदर चरण मिश्र, गिरजा शंकर फलाहारी, शिव शंकर खवाड़े आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.