मधुपुर : इसरो ने श्रीहरिकोटा से जिस चंद्रयान-2 को प्रेक्षित कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, उसके निर्माण में मधुपुर प्रखंड के लेड़वा निवासी निशांत कुमार का भी अहम योगदान रहा. निशांत पिछले डेढ़ साल से चंद्रयान-2 से जुड़कर काम कर रहे थे. रॉकेट के इंजन निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही. चंद्रयान-2 के सफल परीक्षण से उसके परिवार के सदस्य समेत मधुपुर के लोग गौरवान्वित हैं.
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चंद्रयान-2 अभियान में मधुुपुर के लाल की भी भूमिका
मधुपुर : इसरो ने श्रीहरिकोटा से जिस चंद्रयान-2 को प्रेक्षित कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, उसके निर्माण में मधुपुर प्रखंड के लेड़वा निवासी निशांत कुमार का भी अहम योगदान रहा. निशांत पिछले डेढ़ साल से चंद्रयान-2 से जुड़कर काम कर रहे थे. रॉकेट के इंजन निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही. चंद्रयान-2 के सफल परीक्षण […]
बताया जाता है कि रॉकेट में लगे जिस जीएसएलवी मेक-3 इंजन के माध्यम से सेटेलाइट को परीक्षण किया गया. उस इंजन के निर्माण में निशांत के अलावा देश के कई और जाने माने वैज्ञानिक जुड़े हुए थे. उन्होंने बताया कि किसी भी मिशन में दो भाग होते हैं. एक भाग रॉकेट का जबकि दूसरा सेटेलाइट का होता है.
निशांत रॉकेट और उसके इंजन से जुड़े काम के वैज्ञानिक है. इससे पूर्व भी मेक -3 के दो इंजन निर्माण में वे काम कर चुके है. बताया जाता है कि वर्तमान में यह इंजन अत्याधुनिक और काफी पावरफुल है. रॉकेट में लगा यह इंजन चार हजार किलोग्राम वजन तक अपने साथ अंतरिक्ष में ले जाने में सक्षम है.
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