चितरा : आज देश में महिलाओं व बेटियों की मर्यादा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. पढ़े-लिखे शिक्षित युवा भी मर्यादा की रक्षा करने के बजाय सोशल साइट पर वीडियो वायरल कर महिलाओं-बेटियों के मान-सम्मान को तार-तार कर रहे हैं. त्रेतायुग में जब सीता हरण कर रावण ले जा रहा था तब एक मांस खाने वाले पक्षी गरुड़ ने भी उनकी रक्षा के लिए रावण से लड़ाई की. उस दौर के पशु-पक्षी भी आज के मानव सके बेहतर थे. आज तो महिलाएं-बेटियां भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है.
ये बातें श्रीश्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने प्रवचन के दौरान कही. उन्होंने कहा कि देश के युवाओं में नैतिकता का बोध होना जरूरी है. जिस दिन ऐसा होगा देश का उत्थान होगा. उन्होंने कहा कि यज्ञ समाज केे असंगठित लोगों को संगठित करता है. उन्होंने कहा कि राजनीति का ध्येय जनता की सेवा करनी होनी चाहिए. इस अवसर पर पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता, महाप्रबंधक पीके सिंह, अशोक चौधरी, अध्यक्ष विवेकानारायण देव, सत्यनारायण राय, राजेश राय, राममोहन चैधरी, ललित मिश्रा, ध्रुव तिवारी, अविनाश ठाकुर, मुन्ना मिश्रा, शिवशंकर चौधरी, राजकमल भोक्ता, अनिरुद्ध यादव, सपन दत्ता, परिमल भोक्ता आदि थे.