सीओ ने एसडीओ को सौंपी रिपोर्ट, घोटाले की जमीन पर तेजी से हुआ काम
जमीन के टुकड़े-टुकड़े कर हुई थी घेराबंदी
कॉलोनी के लिए छोड़ी गयी है सड़कें
देवघर : मोहनपुर अंचल के गौरा मौजा में देवघर भूमि घोटाले में सीबीआइ की चार्जशीटेड लगभग 25 एकड़ जमीन पर अवैध ढंग से घेराबंदी की रिपोर्ट तैयार की गयी है. मंगलवार को करीब तीन घंटे तक चली सीमांकन की रिपोर्ट सीआइ आदित्य कुमार ने तैयार कर सीओ को सौंपा. सीओ द्वारा उक्त जांच की रिपोर्ट एसडीओ को सौंपी गयी है. सीमांकन में लगभग 25 एकड़ जमीन में घेराबंदी कर जगह-जगह एडवेस्टर का घर भी बना लिया गया है. गैर मजरुआ व जमाबंदी जमीन के प्लॉट नंबर 1, 3, 4 व 34 में घेराबंदी हुई है. भू-माफियाओं द्वारा पूरी तैयारी के साथ 25 एकड़ भूमि को टूकड़ों में बांटकर अलग-अलग घेराबंदी की गयी है.
सीबीआइ के स्पेशल कोर्ट धनबाद में गौरा मौजा में उक्त भूमि का केस लंबित है, बावजूद जमीन पर पूरी तरह अवैध निर्माण कर एक अवैध कॉलोनी ही बसाने की तैयारी थी. ग्राहकों को लूभाने के लिए 15 से 20 फीट तक सड़क छोड़ी गयी है, सीओ के मना करने के बाद भी तेजी से इस घोटाले वाली भूमि का पूरा नक्शा ही बदल गया है. हालांकि रैयत व बंदोबस्तधारियों का दावा है कि उक्त भूमि का उनके पास सरकारी दस्तावेज है, उनलोगों ने खुद इस जमीन पर दखल किया है. सीओ राकेश तिवारी ने बताया कि गौरा समेत बंधा व विराजपुर में सीबीआइ कोर्ट में लंबित जमीन पर अवैध निर्माण का सीमाकंन होगा.
ठाढ़ीदुलपुर में भी घोटाले वाली जमीन पर अवैध निर्माण
मोहनपुर में सीओ ने तो भूमि घोटले में शामिल जमीन अवैध निर्माण पर कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन देवघर अंचल के ठाढ़ीदुलमपुर मौजा में कार्रवाई ठप पड़ी है. ठाढ़ीदुलपुर मौजा में प्लॉट नंबर 300 की जमीन देवघर भूमि घोटाले में शामिल था. सीबीआइ की जांच टीम ने इस जमीन का उल्लेख कर चार्जशीट सीबीआइ कोर्ट धनबाद में दाखल किया है, लेकिन स्थानीय भू-माफियाओं द्वारा यह जमीन अवैध ढंग से बेची जा रही है. पूर्व सीओ ने इस पर रोक लगायी थी, लेकिन फिर से इन दिनों अवैध निर्माण चल रहा है.