डीडीसी ने उपस्थित जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सभी बीडीओ, मुखिया, रोजगार सेवक व पंचायत सेवकों को जानकारी देते हुए कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी राशि, मनरेगा के तहत विभिन्न योजनाओं की उपलब्धि के सम्बन्ध में सामाजिक अंकेक्षण किस प्रकार किया जाये आदि की जानकारी देना है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में देवघर जिले के 59 पंचायतों का सामाजिक अंकेक्षण किया जायेगा. जिसमें सभी पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2016-17 में मनरेगा के तहत विभिन्न योजनाओं की राशि खर्च की गयी तथा राशि का खर्च सही जगह पर हुअा या नहीं, इसकी जांच की जायेगी. साथ ही कहा कि सामाजिक अंकेक्षण के लिए जो भी दल आये उनका सहयोग करें. साथ हीं उन्हें अंकेक्षण कार्य में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो. साथ हीं उन्हें आंकड़ा संबंधी जिस भी ब्योरा की आवश्यकता हो, वह उन्हें छायाप्रति के रूप में उपलब्ध करायी जाये.
साथ ही कहा कि पंचायत स्तर पर सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाये. उन्होंने कहा कि सभी अपने पंचायत को स्वच्छ रखें, रोजगार का सृजन करें, साथ ही प्रधानमंत्री आवास संबंधी सभी जरूरतों के सामानों को अपने गांव में ही उपलब्ध कराना है. वहीं जिला शिक्षा अधिक्षक सीबी सिंह ने कार्यशाला में कहा कि देवघर जिला में शिक्षा की गुणवत्ता में और सुधार करना है. इसके लिए हमें सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाना होगा.