देवघरः आस्था का केंद्र शिवगंगा मौत का कुआं बनता जा रहा है. इसमें हर साल डूबने से श्रद्धालुओं की मौत हो रही है. इससे श्रद्धालुओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है. बावजूद इसे जिला प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा है. पिछले तीन दिनों के अंदर दो श्रद्धालुओं की डूबने से मौत हो चुकी है. आश्चर्य की बात है कि दोनों घटनाएं दिन में हुई. लोग देखते रह गये.
कहने को बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड की ओर से प्रमोद कुमार यादव नामक एक गोताखोर को लगभग पांच हजार के मानदेय पर रखा गया है. लेकिन वह कम ही घाट पर दिखाई देता है. इसे संयोग कहें या फिर दुर्भाग्य कि गोताखोर अब तक एक भी श्रद्धालु को डूबने से बचा नहीं सका है. लोगों का कहना है कि मंदिर प्रबंधन बोर्ड श्रवणी मेला तक ही अपना दायित्व समझती है.
क्या कहते है मंदिर प्रभारी
मंदिर प्रभारी विंदेश्वरी झा ने कहा कि शिवगंगा में श्रद्धालुओं को डूबने से बचाने के लिए स्थायी तौर पर प्रमोद कुमार यादव नामक खोतागोर को रखा गया है. बावजूद घटनाएं घट रही है. इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी. शिवगंगा में सालोंभर डूबने से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए हर संभव सुविधाएं मुहैया कराने के लिए डीसी अमीत कुमार को अवगत करायेंगे.