रिंकू के दस व आठ साल के दो बेटे भी हैं. रिंकू के पति व ससुरालवालों ने बताया कि शाम के करीब साढ़े तीन बजे तक रिंकू घर में काम की. इसके बाद से वह दिखाई नहीं दी. आसपास खोजबीन करने पर भी जब वह नहीं मिली तो घर के कमरे में दुपट्टे के सहारे उसे लटका पाया. आनन फानन में उसे उतार कर जमीन पर लिटाया गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
रिंकू के ससुराल वाले व ग्रामीणों के अनुसार उसके साथ परिवार का काफी बेहतर संबंध था. कुछ परिजनों व ग्रामीणों ने बताया कि रिंकू की दो सगी बहनों ने भी फांसी लगाकर ही आत्महत्या की थी. इस घटना की जानकारी किसी ने पुलिस को दे दी. इधर, जानकारी मिलते ही मायके पक्ष के लोग भी गोविंदपुर से पालोजोरी के लिए चल दिये.