इसे स्वीकृत करते हुए न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में भेजा गया, जहां पर तीनों का सरकारी गवाह के तौर पर बयान दर्ज हुआ. तीनों ने अपने कथन में आरोपितों की संलिप्तता का खुलासा किया.
इन गवाहों के बयान के बाद पुलिस को जो सुराग मिला है, उस पर कार्रवाई तेज कर दी गयी है. कुछ आरोपित आर्म्स एक्ट के मामले में मंडल कारा में बंद हैं जिन्हें इस डकैती कांड में प्रोडक्शन के लिए लाया जा सकता है. मालूम हो कि शहरी क्षेत्र के घनी आबादी वाले इलाके में अवस्थित बैंक में दिनदहाड़े हथियार का भय दिखाकर अज्ञात अपराधियों ने लाखों रुपये लूट लिये थे.