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नये वित्तीय वर्ष में 32 करोड़ खर्च करेगा एनटीपीसी : जीजीएम
देश में लगाये जायेंगे एक करोड़ पौधे टंडवा : एनटीपीसी पावर प्लांट से 2019 तक बिजली उत्पादन शुरू कर दी जायेगी. इसको लेकर पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही हैं. तीन यूनिट में दो यूनिट का निर्माण काफी तेज गति से हो रहा है. 275 मीटर ऊंचाई की बनने वाले चिमनी में यूनिट वन 130 […]
देश में लगाये जायेंगे एक करोड़ पौधे
टंडवा : एनटीपीसी पावर प्लांट से 2019 तक बिजली उत्पादन शुरू कर दी जायेगी. इसको लेकर पूरी टीम दिन-रात मेहनत कर रही हैं. तीन यूनिट में दो यूनिट का निर्माण काफी तेज गति से हो रहा है. 275 मीटर ऊंचाई की बनने वाले चिमनी में यूनिट वन 130 मीटर व यूनिट दो 70 मीटर बनकर तैयार है. उक्त बातें एनटीपीसी जीजीएम आरके सिंह ने साइट कार्यालय में मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता मे कही.
उन्होंने कहा कि यह प्लांट पर्यावरण अनुकूलित है. इसमें निकलने वाली छाई इएसपी के माध्यम से 99.99 प्रतिशत पानी के साथ घुल कर निकल जायेगा. 1982 में 200 मेगावाट विद्युत उत्पादन के साथ एनटीपीसी ने विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखी थी. आज एनटीपीसी 49 हजार, 998 मेगावाट विद्युत उत्पादन विभिन्न उपक्रमों से कर रही है. जो देश के विद्युत उत्पादन का 20 प्रतिशत भाग है.
कहा कि 2032 तक एक लाख, 28 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. इसमे 28 प्रतिशत लगभग 35 हजार मेगावाट बिजली कोयला रहित संयंत्रों जैसे सोलर पावर आदि से की जायेगी. अभी 22348 मेगावाट में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. वहीं 3995 मेगावाट का बिडिंग हो चुका है. और 16830 मेगावाट पर एफआर की स्वीकृति मिल चुकी है. कहा कि पूरे प्लांट की लागत 14 हजार करोड़ है, जिसमें तीन हजार, 700 करोड़ खर्च हो चुके हैं.
जीजीएम ने कहा कि एनटीपीसी बिजली उत्पादन के अलावा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी काम करने जा रही है. कहा कि एनटीपीसी पूरे देश में 10 वर्षों में एक करोड़ पौधा लगायेगी. इसमे तीन लाख पौधे झारखंड में लगाये जायेंगे. इसको लेकर वन विभाग के साथ एमओयू किया गया है.
बाह्य पथ में 14 करोड़ , ग्रामीण पथ में साढ़े तीन करोड़ , पेयजल में 14 हजार करोड़, सोलर लाइट में दो करोड़ , नगर भवन सुंदरीकरण में 70 लाख खर्च किये जायेंगे. कहा कि चट्टी गाड़ीलौंग व नयीपारम है. जहां 25-25 महिला व किशोरियों को सिलाई प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कहा कि विकास कार्य में 60 प्रतिशत राशि विस्थापित गांवों में और 10-10 प्रतिशत प्रखंड, अनुमंडल, जिला और राज्य में खर्च किये जायेंगे.
जीजीएम ने कहा कि बिरहोरों समुदाय के उत्थान के लिए भी पंचवर्षीय योजना तैयार की जा रही है. प्रेस वार्ता में जीएम परियोजना विजय सिंह, जीएम टेक्निकल प्रभात कुमार, एजीएम आरबी मंडल, जनसंपर्क पदाधिकारी गुलशन टोप्पो आदि उपस्थित थे.
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