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बोकारो के रौशन का नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी में हुआ चयन

नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू)-गांधीनगर, गुजरात में बोकारो के रौशन कुमार सिंह का चयन हुआ है. रौशन ने 92.10 परसेंटाइल के साथ नौ कैटेगरी में मेरिट हासिल कर बोकारो को गौरवान्वित किया है.

सुनील तिवारी, बोकारो

Bokaro News: नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू)-गांधीनगर, गुजरात में बोकारो के रौशन कुमार सिंह का चयन हुआ है. रौशन ने 92.10 परसेंटाइल के साथ नौ कैटेगरी में मेरिट हासिल कर बोकारो को गौरवान्वित किया है. कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग करने की जिज्ञासा रखने वाले किसी भी छात्र को जब देश के सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एकीकृत बीटेक-एमटेक (5 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) में दाखिला मिल जाय, तो ये उनके लिए एक ड्रीम्स कैरियर की बात होती है. बताते चलें कि नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है. जो फोरेंसिक, व्यवहारिक, साइबर सुरक्षा, डिजिटल फोरेंसिक व संबद्ध विज्ञान को समर्पित है.

गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल के रहे हैं छात्र

एनएफएसयू में रौशन के चयन पर उसके माता-पिता, परिजन के साथ-साथ बोकारो भी हर्षित है. सेक्टर 12 बी/3381 निवासी रौशन के पिता सुनील कुमार सिंह बोकारो में एक निजी संस्था में कार्य करते है. माता अनिता सिंह गृहणी है. रौशन प्री नर्सरी से 12वीं तक बोकारो इस्पात नगर के गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल के छात्र रहे हैं. दसवीं में 94.6% व बारहवीं 95.3% अंक अर्जित किया था.

टीवी सीरियल सीआइडी से हुए प्रभावित

बचपन से हीं सोनी टीवी पर सीआइडी देख कर फोरेंसिक साइंस का सपना देखने वाले रौशन ने शुक्रवार को बताया कि अक्सर स्टूडेंट 12वीं का परिणाम आने के बाद आगे के अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और पढ़ाई को लेकर इस संशय में होते है. कि अब आगे क्या करें, कौन सी राह चुनें. उन्हें सही मार्गदर्शन के अभाव में सिर्फ दो या तीन हीं रास्ते नजर आते है. या तो जेइइ या फिर मेडिकल या बैंकिंग की तैयारी, जहां अक्सर भारी-भरकम भीड़ रहती है. छात्र लगातार न्यूज पेपर पढ़ा करे तो उन्हें नये और बेहतर विकल्पों के बारे में भी जानने का मौका मिल जाता है.

बुक्स के साथ न्यूज पेपर का करें अध्ययन

रौशन ने कहा : वह भी पुराने पद्धति के अनुसार हीं कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे. जेइइ मेंस 2022 में 93.25 परसेंटाइल मिला. एक न्यूज़ पेपर में प्रकाशित समाचार व विज्ञापन के आधार पर गांधीनगर-गुजरात में स्थित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की परीक्षा भी दी और सफलता प्राप्त की. बताया : किसी भी प्रतियोगिता में सफलता के लिए पढ़ने के साथ लिखने की आदत बेहद जरूरी होती है. इसके लिये साप्ताहिक शेड्यूल बनाकर नियमित पढ़ाई की. मॉक टेस्ट भी नियमित रूप से दिये. बुक्स के साथ न्यूज पेपर का अध्ययन भी सफलता के लिये आवश्यक है.

क्यों खास है एनएफएसयू इंजीनियरिंग या विज्ञान में स्नातक

गांधीनगर-गुजरात में स्थित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना 2020 संसद के एक अधिनियम द्वारा की गयी. राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय फोरेंसिक विज्ञान और तकनीकी जांच के लिए प्रमुख प्रयोगशाला है. विभिन्न राज्यों में 10 एनएफएसयू परिसरों की स्थापना, संबंधित कानून की आवश्यकताओं के अनुसार राज्यों की पुलिस व न्यायिक प्रणाली में फोरेंसिक विज्ञान को शामिल करने का एक कदम है. यह कदम गृह मंत्रालय की योजना का हिस्सा है. जिसके तहत यह कार्य करता है. फोरेंसिक विशेषज्ञों की बढ़ती मांग को लेकर इसका राष्ट्रीय महत्व है.

एनएफएसयू का भारत में चार कैंपस, क्षमता 40 सीट प्रति कैंपस

एनएफएसयू का भारत में चार कैंपस है. : एनएफएसयू मुख्य परिसर-गांधीनगर-गुजरात, एलएनजेएन-एनआईएफएस, रोहिणी-दिल्ली, एनएफएसयू गोवा कैंपस-पोंडा, गोवा व एनएफएसयू त्रिपुरा कैंपस-अगरतला, त्रिपुरा. कोर्स के लिये क्षमता 40 सीट प्रति कैंपस की है. जिसमें सभी आरक्षण शामिल हैं. एनएफएसयू इंजीनियरिंग या विज्ञान में स्नातक, एकीकृत मास्टर या बैचलर-मास्टर दोहरी डिग्री के लिए अग्रणी स्नातक पाठ्यक्रम प्रदान करता है. कंप्यूटर विज्ञान में एकीकृत बीटेक-एमटेक (5 वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम) तीनो परिसरों – गांधीनगर, नई दिल्ली और त्रिपुरा में उपलब्ध है.

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