बोकारो : ड्यूटी जाने के दौरान सोमवार की रात सड़क दुर्घटना में मारे गये होमगार्ड के जवान गोपी पासवान के आश्रितों को नौकरी व मुआवजा दिलाने के लिए परिजनों व होमगार्ड के जवानों बीजीएच में जम कर कोहराम मचाया. अस्पताल की व्यवस्था इस दाैरान पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी. आकस्मिक कक्ष पर मृतक के […]
बोकारो : ड्यूटी जाने के दौरान सोमवार की रात सड़क दुर्घटना में मारे गये होमगार्ड के जवान गोपी पासवान के आश्रितों को नौकरी व मुआवजा दिलाने के लिए परिजनों व होमगार्ड के जवानों बीजीएच में जम कर कोहराम मचाया. अस्पताल की व्यवस्था इस दाैरान पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी. आकस्मिक कक्ष पर मृतक के शव को रख कर होमगार्ड के जवानों ने आवागमन बाधित कर दिया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस-प्रशासन व सीआइएसएफ के तमाम अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे
और स्थिति को संभालने का प्रयास किया. हालांकि जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठियां बरसानी पड़ीं. जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के जवानों पर पथराव किया. इन सबके कारण बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक बीजीएच परेशान रहा. इलाज के लिए आने वाले लोगों को परेशानी हुई. शाम करीब साढ़े तीन बजे साीआइएसएफ अधिकारियों की मदद से स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सका. घटना के बाद बीजीएच की सुरक्षा में सीआइएसएफ और एसआइएसएफ के अतिरिक्त जवानों को लगाया गया है.
वार्ता के बाद समाप्त हुआ आंदोलन : बोकारो परिसदन में बीएसएल, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, होमगार्ड नेताओं के बीच बुधवार को फिर वार्ता हुई. कई दौर के वार्ता के बाद सहमति बनी. इसमें मृतक के आश्रित को दो लाख मुआवजा व बीएसएल में काॅन्ट्रैक्ट पर नियोजन देने की बात कही गयी. इस पर होमगार्ड संघ के नेताओं व मृतक होमगार्ड के दामाद व पुत्र ने सहमति जतायी. मौके पर ही होमगार्ड कमांडेंट विनय कुमार झा को बीएसएल की ओर से दो लाख रुपये का चेक सौंपा गया, जो मृतक के परिजनों द्वारा बैंक खाता की जानकारी उपलब्ध कराने के बाद उन्हें (आश्रितों) को सौंप देंगे.
व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस ने
वार्ता में डीसी राय महिमापत रे, एसपी वाइएस रमेश, बीएसएल सीइओ अनुतोष मैत्रा, इडी पीएंडए, एसडीएम मंजु रानी स्वासी, डीसी के ओएसडी संदीप कुमार, मुख्यालय डीएसपी सुनील कुमार, सिटी डीएसपी अजय कुमार, होमगार्ड कमांडेंट विनय कुमार झा, होमगार्ड नेता बांसरोपन प्रसाद, शशिभूषण पांडेय और मृतक के दामाद व पुत्र मौजूद थे. दूसरी ओर, सेक्टर चार थाना में देर रात तक उपद्रवियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी.