बोकारो: हनुमान जयंती के दिन गुरुवार को अल्पखंड ग्रास चंद्रग्रहण लग रहा है. यह ग्रहण भारत में दृश्यमान है. ग्रहण रात 1.21 में लग रहा है और समापन 1.51 बजे है. कई पंचांग के अनुसार मोक्ष 1.53 बजे है. इसका मध्य 1.38 बजे होगा. यह ग्रहण तुला राशि व स्वाति नक्षत्र में लग रहा है. ग्रहण का सूतक शाम 4.21 बजे लग जायेगा. यह ग्रहण वृष, सिंह, धुन व मकर वाले जातक के लिए शुभ, मेष, मिथुन, कन्या, कुंभ वाले जातक के लिए मध्यम व कर्क, तुला, वृश्चिक व मीन के लिए थोड़ा कष्ट प्रदान करने वाला है.
स्नान-ध्यान का विशेष महत्व : बुधवार को रात में 3.14 बजे पूर्णिमा लग जायेगा, जो गुरुवार को रात 1.38 बजे तक रहेगा. गुरुवार को ही स्नान दान व व्रत की पूर्णिमा है. इसी दिन दिन में मंदिरों में भगवान हनुमान की पूजा की जायेगी. वहीं शाम में सूतक लगने के बाद मंदिरों के पट बंद कर दिये जायेंगे. ग्रहण के दिन कुरुक्षेत्र में स्नान ध्यान का विशेष महत्व है. इसके अलावा गंगा नदी सहित अन्य सहायक नदियों व तालाबों में भी स्नान ध्यान व दान पुण्य का महत्व है. जिसके ऊपर शनि की महादशा व साढ़े साती चल रही हो, वह इस दिन शनि मंदिर में पूजा अर्चना कर लें, काफी लाभ होगा.
सोलह साल बाद ऐसा संयोग : 15 अप्रैल 1995 व दो अप्रैल 1996 को हनुमान जयंती के दिन चंद्र ग्रहण लगा था. अब यह संयोग हनुमान जयंती के दिन ही चार अप्रैल 2015 को मिलेगा. इस दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा और इसका असर पूरे भारत में दिखायी पड़ेगा. चंद्रग्रहण के दिन भगवान हनुमान जी की आराधना का विशेष महत्व है. संभव हो तो हनुमान चालीसा का पाठ कर लें और भगवान की आरती आदि कर लें.
कब-कब लगेगा अगला ग्रहण : 9-10 मई को सूर्य ग्रहण लगेगा. यह भारत में दृश्यमान नहीं है. 25 मई का चंद्र ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं है. 18-19 अक्तूबर व 30 नवंबर को चंद्र ग्रहण होगा. यह भारत में दृश्यमान नहीं है.