बोकारो: चुनावी तापमान कम होने के बाद अब सूरज की गर्मी से लोग परेशान होने लगे हैं. माह बैसाख और अनुभव जेठ का! धरती तपने लगी है. सूरज भगवान आग उगल रहे हैं. शरीर से पसीना सूखने का नाम नहीं ले रहा है.
धूप से बचने के लिए लोग शाम होने तक घरों में दुबके रह रहे हैं. बाजार में छह बजे के बाद चहल-पहल हो रही है. शनिवार को बोकारो का पारा 42 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. पारा में वृद्धि का सिलसिला सोमवार से ही जारी है. शनिवार इस गरमी का सबसे गरम दिन रहा. गरमी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं.
चिलचिलाती धूप से बचने के लिए कोई मुंह पर गमछी-रूमाल बांध कर निकल रहा है, तो कोई छाता का उपयोग कर रहा है. लड़कियां दुपट्टे का सहारा ले रही है. ठंडे पेय पदार्थो की बिक्री बढ़ गयी है. जगह-जगह बेल की शरबत, सत्तू, डाब की दुकान सज गयी है. गरमी से राहत पाने के लिए यहां भीड़ उमड़ रही है. एसी, कूलर, फ्रीज, घड़ा-सुराही की डिमांड और बिक्री बढ़ गयी है.