!!प्रतिनिधि,बोकारो थर्मल!!
बोकारो एसपी के निर्देश पर पेंक नारायाणपुर थाना अंतर्गत काछो पंचायत के शिशुवा गांव से एएसपी अभियान संजय कुमार के नेतृत्व में अभियान चलाकर पुलिस ने दो लाख के इनामी नक्सली मंगरा बास्के उर्फ मंगरा मांझी को गिरफ्तार किया है़ इस संबंध में नक्सली के परिजनों में से पत्नी नीता एवं पुत्री रीना ने बताया कि मंगरा मांझी बुधवार को शिशुवा स्थित अपने गांव में अपराहन लगभग पांच बजे बकरी चरा रहे थे.इसी दौरान एक बोलेरो से पुलिस आयी और मंगरा को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी़.
बाद में गिरफ्तार इनामी नक्सली को बोकारो थर्मल लाया गया़ बोकारो थर्मल थाना में स्थानीय इंस्पेक्टर परमेश्वर लेयांगी,गांधीनगर थानेदार राणा भानुप्रताप सिंह,गोमिया थानेदार,पेंक नारायणपुर थानेदार सघन पुछताछ कर रहे हैं. इंस्पेक्टर ने पुछे जाने पर नक्सली के गिरफ्तारी से इंकार किया़ मालूम हो कि नावाडीह पुलिस के द्वारा विगत् वर्ष 2014 में नक्सली साहेबराम मांझी को गिरफ्तार किया गया था़ इस संबंध में कांड संख्या 146/2014 के तहत प्राथमिकी नावाडीह थाना में दर्ज की गयी थी़ गिरफ्तार साहेबराम मांझी ने उपरोक्त मामले में पुलिस को बयान दिया था कि शिशुवा निवासी मंगरा बास्के उर्फ मंगरा मांझी नक्सलियों के लिए नावाडीह के ऊपरघाट से लेवी वसूली का काम करता है़ उक्त मामले में पुलिस ने मंगरा पर भी प्राथमिकी दर्ज की थी़
सात वर्षो से घर में रह रहा था इनामी नक्सली-पेंक नारायणपुर थाना के शिशुवा से गिरफ्तार दो लाख के इनामी नक्सली मंगरा मांझी विगत सात वर्षों से अपने घर पर ही रहकर खेती का काम करता था़. गिरफ्तार नक्सली की पत्नी नीता एवं पुत्री रीना कुमारी का कहना था कि वर्ष 2010 में नक्सली मामले में तेनुघाट जेल से छूटने के बाद मंगरा घर पर ही रहकर खेती बाड़ी तथा बकरी पालन का काम करता था़. बुधवार को भी वह अपने घर पर ही था कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया़ परिजनों का कहना था कि मंगरा दो चार दिनों में तेनुघाट कोर्ट में उक्त मामले में आत्मसमर्पण करने वाला था कि इसी बीच उसे गिरफ्तार कर लिया गया़ परिजनों के अनुसार बुधवार को जब उसे गिरफ्तार किया उस समय वह गंजी एवं गमछा पहने हुए था़ परिजन मंगरा से मिलकर उसे गर्म कपड़ा सहित अन्य कपड़ा देने चाहते थे और इसलिए वे सुबह से बोकारो थर्मल तथा पेंक नारायणपुर थाना का चक्कर लगा रहे थे परंतु पुलिस उन्हें मिलने नहीं दे रही है और ना ही बता रही है.