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पीपीपी मॉडल पर बहाल होगी बीजीएच में कैथ लैब की सुविधा

बोकारो: बोकारो जेनरल अस्पताल में जल्द ही कैथ लैब की सुविधा बहाल होगी. इससे बोकारो, धनबाद व गिरिडीह समेत कई जिला के ह्रदय के मरीजों को सुविधा होगी. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बीजीएच में कैथ लैब की सुविधा शुरू होगी. बीएसएल सहित सेल प्रबंधन ने इसकी संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी है. […]

बोकारो: बोकारो जेनरल अस्पताल में जल्द ही कैथ लैब की सुविधा बहाल होगी. इससे बोकारो, धनबाद व गिरिडीह समेत कई जिला के ह्रदय के मरीजों को सुविधा होगी. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर बीजीएच में कैथ लैब की सुविधा शुरू होगी. बीएसएल सहित सेल प्रबंधन ने इसकी संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी है. 11 जुलाई को पत्रकार सम्मेलन में बीजीएच के निदेशक प्रभारी डॉ. एके सिंह ने कहा था कि बीजीएच में कैथ लैब की सुविधा भविष्य में बहाल होगी.
प्रतिवर्ष 1500 से ज्यादा मरीज एंजियोग्राफी कराने जाते हैं बाहर : अभी शहर में हृदय मरीजों को जांच की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बाहर जाना पड़ता है. बीजीएच में कैथ लैब शुरू होने पर मरीजों को एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर सहित तमाम सुविधाओं के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. बीजीएच से प्रति वर्ष ह्रदय रोग के लगभग 1500 से ज्यादा मरीज एंजियोग्राफी कराने बाहर के अस्पतालों में जाते हैं. प्रबंधन को हर साल लाखों रूपया भुगतान करना पड़ता है.
बीजीएच का देश के आधा दर्जन अस्पतालों से है करार
फिलहाल, बीएसएल प्रबंधन का देश के लगभग आधा दर्जन अस्पतालों से करार है. इनमें बीएम बिड़ला हार्ट रिसर्च सेंटर-कोलकाता, रांची-अपोलो, एम्स-दिल्ली, स्कॉट अस्पताल-दिल्ली आदि शामिल हैं. यहां बीजीएच से रेफर बीएसएल कर्मी व उनके आश्रित को नि:शुल्क जांच की सेवा दी जाती है. इसका भुगतान प्रबंधन करता है. बीजीएच में कैथ लैब की सुविधा होने से जहां एक ओर प्रबंधन का खर्च बचेगा, वहीं दूसरी ओर अस्पताल में इलाज कराने आये गैर हकदार मरीज की एंजियोग्राफी से प्रबंधन को मुनाफा भी होगा.
समय पर मिलेगी हार्ट ब्लॉकेज की जानकारी
बीजीएच में पीपीपी मॉडल पर स्थापित होने वाले कैथ लैब में एंजियोग्राफी, एंटीनियोप्लास्टिक सहित सभी आधुनिक मशीनें होगी. हार्ट ब्लॉकेज संबंधी व अन्य ऑपरेशन की सुविधाएं होंगी. एंजियोग्राफी हृदय रोग की जांच का उपकरण है, जिसमें जांघ या बाएं हाथ की धमनी से तार हृदय तक ले जाया जाता है. इससे यह पता चल जाता है कि हृदय की धमनियों में कितने ब्लॉकेज हैं और इसके लिए क्या करना आवश्यक है. कैथ लैब की मशीनों के माध्यम से आसानी से मॉनीटर पर हृदय को देख कर बीमारी का पता लगाया जाता है. कैथ लैब एक तरह का परीक्षण कक्ष होता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस लैब में संचालित अत्याधुनिक यंत्रों के माध्यम से हृदय के अंदर होने वाली विकृतियों का पता लगाया जाता है. इसके बाद में इलाज करने में आसानी होती है. कैथ लैब में हृदय रोग से संबंधित विभिन्न प्रकार की जांच भी आसानी से कम समय में हो जाती है. इसका फायदा यह होता है कि मरीज का समय रहते इलाज शुरू कर दिया जाता है और इस तरह उसकी जान बच जाती है.

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